बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए ने जीत हासिल की। इस चुनाव में एनडीए को 125 सीटें हासिल हुई। जिसके बाद अब जनता दल यूनाइडेट के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार एक बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए है। नीतीश कुमार ने सोमवार को लगातार सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ बिहार के दो उपमुख्यमंत्री समेत तमाम मंत्रियों ने भी गोपनियता की शपथ ली। लेकिन इस शपथ समारोह ने नीतीश कुमार ने एक ऐसी गलती कर दी। जिसे देख हर कोई हैरान है। अपनी गलती की वजह से ही नीतीश कुमार ने स्टेज से दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। लेकिन इस गलती के बाद अब कई सवाल भी खड़े हो गए है।
क्या हुई गलती
दरअसल राजभवन में आयोजित समारोह में नीतीश कुमार स्टेज पर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पहुंचे। इस दौरान नीतीश कुमार पहले पन्ने की शपथ लेने के बाद सीधा हस्ताक्षर करने पहुंच गए। जिसके बाद नीतीश कुमार को अपनी गलती का अहसास हुआ। अपनी इस गलती को सुधारते हुए उन्होंने दोबारा गोपनियता की शपथ ली। नीतीश कुमार की इस गलती को देख हर कोई हैरान था। सवाल किए जाने लगे कि नीतीश कुमार से ऐसी चूक कैसे हो सकती है क्योंकि उनका राजनीतिक जीवन काफी लंबा है वह सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। कुछ जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार बेशक कई बार शपथ ले चुके है लेकिन आज के समारोह में वे काफी तनाव में दिख रहे थे। इसके अलावा भी कई कारण सामने आए है।
नीतीश कुमार का मंत्रीमंडल
बता दें कि सोमवार को नीतीश कुमार ने सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल फागु चौहान ने उन्हें मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नीतीश के अलावा बीजेपी कोटे से दो उप मुख्य्मंत्री (तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी) ने भी शपथ ली। इसके साथ ही नीतीश कुमार के मंत्रीमंडल में शामिल होने वाले नेताओं ने भी गोपनियता की शपथ ली। जिसमें जनता दल-यूनाइटेड के कोटे से अशोक चौधरी, विजय चौधरी, मेवालाल चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव और शीला मंडल शामिल थी जबकि बीजेपी के मंगल पांडेय, जीवेश मिश्रा, रामप्रीत पासवान, अमरेन्द्र प्रताप सिंह और रामसूरत राय ने शपथ ली है। इसके अलावा ‘हम’ से संतोष मांझी और वीआईपी से मुकेश मल्लाह ने शपथ ली। संतोष मांझी, बिहार के पूर्व मुख्य’मंत्री जीतनराम मांझी के बेटे हैं।