करतारपुर गुरुद्वारे को लेकर पाकिस्तान की नई साजिश का खुलासा हुआ है। पड़ोसी देश ने गुरुद्वारे के रख-रखाव की जिम्मेदारी सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति से छीनकर नए संस्थान ETPB यानी Evacuee Trust Property Board को दे दिया है। पाकिस्तान की नई चाल का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस बोर्ड की “प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट” में कुल 9 सदस्य हैं, लेकिन उनमें एक भी सिख समुदाय से नहीं है।
बता दें कि ईटीपीबी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई कंट्रोल करती है। इस संस्थान का सीईओ मोहम्मद तारिक खान को बनाया गया है। पाकिस्तान सरकार आने वाले समय में गुरुद्वारे के जरिए व्यापार करने का प्लान तैयार कर रहा है। इमरान सरकार की ओर इस संबंध में एक आदेश में जारी किया गया है, जिसमें व्यापार से जुड़े पूरे प्लान का जिक्र किया गया है। इमरान खान सरकार गुरुद्वारे के जरिए पैसा कमाने की जुगत में लगी हुई है।
कोरोना के कारण फिलहाल बंद है करतारपुर कॉरिडोर
फिलहाल कोरोना महामारी के चलते करतारपुर कॉरिडोर बंद है। भारत ने कहा है कि इसे खोलने का फैसला पाबंदियों में ढील होने के बाद सही समय पर लिया जाएगा। 30 नवंबर को गुरु नानक देव जी की 551वीं जयंती है, जिसके लिए पाकिस्तान ने सिख श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया है, वहीं भारत के सामने भी पाक ने करतारपुर कॉरिडोर को खोलने का प्रस्ताव रखा है।