कोरोना के खौफ के बीच जिस तरह का तांडव यह वायरस अमेरिका सहित अन्य यूरोपीय देशों में दिखाने में कामयाब रहा है। वैसे तांडव यह भारत में दिखाने में नाकाम रहा। बेशक..कोरोना का कहर भारत में भी दिखा है। यहां पर इसके कहर से लोग खौफजदा हैं। संक्रमितों के मामले में अपने शबाब पर भी दिखे हैं, मगर इन सबके बावजूद जिस तरह का कहर कोरोना यूरोप सहित अन्य देशों में दिखा पाया। वैसा यह भारत में नहीं दिखा पाया। अब इसके पीछे की वजह को बताने के लिए खुद पीएमओ ने मोर्चा संभाल लिया है। पीएमओ ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि भारत में कोरोना के जीनोम में कोई बदलाव नहीं देखा गया है। यह अनुवांशिक रूप से स्थिर है। इसके म्यूटेशन में कोई बदलाव दर्ज नहीं किया गया है।
कहर तो थमा लेकिन टीके में बना बाधा
उधऱ, कोरोना के जीनोम में उक्त बदलाव को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि इससे कोरोना का टीक बनाने की दिशा में भी बाधा आ सकती है, मगर कुछ अन्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं है.. इससे कोरोना का वैक्सीन बनाने में कोई बाधा नहीं आने वाला है। कोरोना का टीका बनाने का यह क्रम जारी रहेगा। इसमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। पीएमओ ने कहा कि भारत में कोरोना का टीका बनने से पूर्व इसे तीन चरणों में होकर गुजरना होगा। ‘आईसीएमआर और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा सार्स-कोव-2 (Covid-19 Virus) के जीनोम पर किए गए दो अखिल भारतीय अध्ययनों में पाया गया है कि यह वयारस आनुवाांशिक रूप से स्थिर है।
PMO ने तैयार किया मसौदा
इस संदर्भ में पीएमओ ने अपने बयान में कहा कि नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड-19’ (NEGVAC) ने कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए कोविड-19 का टीक बनाने के लिए पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। इस सिलसिले में राज्य सरकारों से भी बातचीत का सिलसिला जारी है। वहीं, पीएमओ ने यूरोप में कोरोना के कहर का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह कोरोना का कहर यूरोपीय देशों में दिखा है। वैसा भारत में नहीं दिखा। इसका मुख्य कारण कोरोना जीनोम है, जो भारत में स्थिर बताया जा रहा है। गौरतलब है कि अभी भारत सहित शेष विश्व में कोरोना के कहर से खौफजदा हुए लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। लगातार बढ़ते संक्रमण के मामले अब चिंता सबब बन चुके हैं।