प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को ‘मिसाइल मैन’ के नाम से मशहूर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित किए कहा कि चाहे वह वैज्ञानिक के रूप में हो या राष्ट्रपति के रूप में, राष्ट्र कभी उनके योगदान को नहीं भूल सकता। देश के 11वें राष्ट्रपति रहे अबुल पाकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम शहर में हुआ था। आज उनकी 88वीं जयंती है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ट्वीट कर कहा, ‘डॉ. कलाम को उनकी जयंती पर नमन। चाहे वह एक वैज्ञानिक के रूप में हो या फिर राष्ट्रपति के रूप में, देश के विकास में उनके योगदान को भारत कभी भूल नहीं सकता। उनके जीवन का सफर लाखों लोगों को प्रेरणा देता रहेगा। इस ट्वीट के साथ ही मोदी ने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें वह कलाम से जुड़ी यादों की चर्चा उनके जीवन से मिलने वाली सीख के बारे में बता रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को याद किया ‘सपनों को साकार’ करने के उनके कथन का भी स्मरण किया। नायडू ने कहा कि वह सादगी ज्ञान की प्रतिमूर्ति थे। उप राष्ट्रपति कार्यालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, ‘भारत की रक्षा अंतरिक्ष क्षमताओं को मजबूत करने में उनका अमूल्य योगदान रहा है। वह हर भारतीय के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे। नायडू ने कलाम के शब्दों को उद्धृत किया, ‘सपने, सपने, सपने. सपने विचारों में बदलते हैं विचार कर्म में।