भारत और चीन की सेना में सरहद पर चल रही तनातनी के बीच अरुणाचल प्रदेश से पांच नागरिक लापता हो गए थे. अरुणाचल प्रदेश के एक विधायक ने चीन के सैनिकों द्वारा इन्हें उठा ले जाने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार से गुहार लगाई थी. इसके बाद हरकत में आई भारत सरकार की कूटनीतिक कोशिशें रंग लाती नजर आ रही हैं.
चीन की सेना आज अरुणाचल के इन पांच नागरिकों को भारतीय सेना के हवाले करेगी. जानकारी के मुताबिक 9.30 बजे के लगभग चीनी सेना इन युवकों को भारतीय सैनिकों को सौंप सकती है. चीन के सैनिक इन युवकों को किबितू बॉर्डर के पास वाछा इलाके में लेकर आएंगे और भारतीय सेना को सौंप देंगे. केंद्रीय मंत्री और अरुणाचल का ही प्रतिनिधित्व करने वाले किरण रिजिजू ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है.
गलती से क्रॉस की एलएसी
बताया जाता है कि ये युवक अपर सुबानसिरी जिले से 4 सितंबर को गलती से एलएसी के पार चले गए थे. जिन युवकों को सौंपा जाना है उनके नाम हैं तोच सिंगकम, प्रसात रिंगलिंग, डोंग्टू इबिया, तनु बाकर और नगारु डिरी. इस साल ये दूसरा मौका है, जब कूटनीतिक प्रयासों से चीन के कब्जे से अरुणाचल के युवकों को छुड़ाने में कामयाबी मिली है.
गलती से पार कर गए थे एलएसी
इससे पहले मार्च में 21 साल के युवक को 19 दिन तक रखने के बाद चीनी आर्मी ने छोड़ा था. भारत और चीन के बीच लद्दाख इलाके में करीब चार महीने से जारी तनाव को देखते हुए माहौल ठीक करने की दिशा में इसे अच्छी कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. गौरतलब है कि 10 सितंबर को रूस की राजधानी मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री की इस मुलाकात में दोनों देशों में चल रहा तनाव पर भी बात हुई थी. दोनों ही देशों के विदेश मंत्रियों ने तनाव खत्म करने के कदमों पर भी चर्चा की थी.