पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी ने ‘गणतंत्र बचाओ’ अभियान शुरू किया है. बीजेपी ने अपना यह अभियान शनिवार को शुरू किया. अभियान की लॉन्चिंग के ठीक एक दिन बाद बीजेपी यहां सुर्खियों में आ गई है. बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने एक ऐसा बयान दिया जिसकी चर्चा चारों ओर हो रही है. घोष ने अपने राजनीतिक विरोधियों को ‘जूता मारने’ की बात कही है. घोष का यह बयान रविवार को सामने आया.
उत्तरी परगना जिले में रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधन करते हुए दिलीप घोष ने कहा, हम उन्हें जूते से मारेंगे, कपड़े उतार देंगे और फिर पिटाई करेंगे. मैं आपको बता दूं कि दिलीप घोष जो बोलता है वह करता है. मैंने आप लोगों से कहा नहीं था कि 2019 में टीएमसी सिमट कर आधे पर आ जाएगी? घोष ने कहा, हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे जो पुलिस के बल पर आम लोगों को डराते धमकाते हैं. हम हर रिकॉर्ड रख रहे हैं. सरकार बनने के बाद हम ब्याज के साथ सबकुछ चुकता कर देंगे.
TMC के इशारे पर पुलिस
पुलिस के एक धड़े को टीएमसी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए दिलीप घोष ने कहा, याद रखें कि एक साल बाद आपके साथ क्या होगा. क्या आप अपने परिवार और बच्चों का चेहरा नहीं देख सकते हैं. किसी को बख्शा नहीं जाएगा. आपके बच्चे अपनी शिक्षा समाप्त करने में सक्षम नहीं होंगे. वे डॉक्टर या इंजीनियर नहीं बन पाएंगे. हम सुनिश्चित करेंगे कि वे प्रवासी श्रमिक बनें. हम उनके जीवन में शांति को नष्ट कर देंगे. घोष ने बंगाल पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे फेसबुक पोस्ट पर भी लोगों की गिरफ्तारी कर रहे हैं. जो पोस्ट मुख्यमंत्री या उनके भतीजे पर होते हैं, उन पर भी गिरफ्तारी हो रही है.
घोष ने कहा, हम बंगाल में फिर से लोकतंत्र लाना चाहते हैं. बिना लोकतंत्र के कोई भी राजनीतिक पार्टी चाहे वह कांग्रेस हो, सीपीआईएम या बीजेपी हो, वह टिक नहीं सकती. मैं सीपीएम और कांग्रेस के साथियों से अपील करता हूं, आइए साथ मिलकर परिवर्तन लाएं. घोष के इस बयान की टीएमसी ने कड़ी आलोचना की है. घोष के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि वे अशिक्षित और असभ्य इंसान हैं. कल्याण बनर्जी ने कहा, मैं उन्हें चुनौती देता हूं, अगर हिम्मत है तो सबसे पहले मुझे जूता मार कर दिखाएं.