कोरोना वायरस के खौफ में जी रहे लोगों के लिए यह एक राहत भरी खबर साबित हो रही है। ऐसे दौर में जब संक्रमण के मामले अपने चरम पर पहुंच रहे हैं तो अनवरत कोरोना वैक्सीन को ईजाद करने की तैयारी तेज हो रही है। इस दौरान वैक्सीन बनाने के क्रम में काफी हद तक सफलता मिली है। वहीं अब रूस जब कोरोना वैक्सीन बना चुका है तो इसके टीकाकरण को लेकर उठ रहे आंशकाएं अब निर्मूल साबित हो रही है। रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन पर्याप्त एंटीबॉडी के साथ यह प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने में काफी कारगर साबित हो रहा है। ऐसी स्थिति में इस साल टीकाकरण को लेकर संभावना प्रबल हो रही है।
वहीं इस संदर्भ में अधिक जानकारी देते हुए प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल लैंसेट ने शुक्रवार को बताया कि कोविड-19 का टीका बिल्कुल खरा पाया गया है। कोविड से उत्पन्न होने वाले एंटीबाडी वैसे ही है, जैसे कोविड-19 के इलाज के दौरान स्वस्थ्य मरीजों में दिखती है। उधर, इस वैक्सीन वायरस से लड़ने वाले टी सेल की प्रतिक्रिया भी उत्साहजनक मानी जा रही है। बता दें कि गत दिनों रूस ने टीके के दो मानव परीक्षण सफल होने के बाद 11 अगस्त से टीकाकरण अभियान की शुरूआत करने की बात कही थी। लेकिन अभी तक विश्व स्वास्थ्य संगठन या फिर किसी और वैश्विक संगठन ने इस पर कोई अंतिम मुहर नहीं लगाई है, जिसके चलते इसके टीकाकरण को लेकर संदेह जाहिर किया जा रहा है। रूस का गामेलया रिसर्च इंस्टीट्यूट 40 हजार वालंटियर पर टीके के तीसरे चरण का परीक्षण भी कर रहा है।
.. मगर इस दौरान लैसेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, इस टीके को अंतिम मुहर दिया जा चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक यह कोविड-19 को बेअसर साबित कर सकती है। उधर कोरोना मरीजों को राहत प्रदान कर सकती है। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रापिकल मेडिसिन के वैज्ञानिक ब्रेंडन रेन ने कहा कि यह पूरी दुनिया के एक अच्छी खबर है , लेकिन इससे पहले हमें इसके तीसरे चरण के मानव परीक्षण का इंतजार करना होगा।