अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (dawood-ibrahi) जैसे लोगों को अपनी सरजमीं पर शरण देना पाकिस्तान के लिए कोई नई बात नहीं है. बहुत ऐसे आतंकी हैं जिसे पाकिस्तान पालकर भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता रहा है. कहने को तो कई बार पाकिस्तान ये बयान देता रहा है कि वो आतंकियों पर शिकंजा कस रहा है लेकिन इसके पीछे भी उसका अपना एक मकसद है. ताकि ग्रे ल्सिट में वो खुद को शामिल होने से बचा सके. हाल ही में पाकिस्तान ने ये बात खुद कबूली थी कि भारत का दुश्मन दाऊद उसी के देश में छिपा बैठा है. लेकिन इस बात से तो हर कोई वाकिफ है कि पाक को अपने स्टेटमेंट से पलटने में चंद मिनट भी नहीं लगते हैं. झूठ का नकाब पहन चुका पाक ने फिर एक बार यही चाल चली है. दाऊद का अपने देश में रहने का कबूलनामा करने के बाद अचानक से पाकिस्तान इस बात से मुंह मोड़ लिया कि दाऊद इब्राहिम उसके यहां पर है.
जी हां ऑफिशियल तौर पर पाकिस्तान (Pakistan) ने इस खबर को सिरे से खारिज कर दिया है. इस मामले में पाक का कहना है कि दाऊद इब्राहिम की मौजूदगी उसके यहां पर नहीं है. दरअसल लगातार आ रही मीडिया रिपोर्ट्स (Media reports) पर अपनी बात रखते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय (foreign Ministry) की ओर से एक बयान दिया गया है. जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान में दाऊद के होने वाली खबर सरासर गलत है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से ये भी कहा गया कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए ये दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान नए बैन लगा रहा है. लेकिन पाक ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है. ये खबर मात्र अफवाह है. इतना ही नहीं मंत्रालय ने तो ये भी कहा कि भारतीय मीडिया में भी ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर कुछ सूचीबद्ध व्यक्तियों (दाऊद इब्राहिम) के होने की खबर को माना है. लेकिन ये रिपोर्ट भी पूरी तरह से गलत और अफवाह है.
पाकिस्तान ने खुद स्वीकारा था कि दाऊद पाक में है
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हाल ही में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी FATF की ग्रे लिस्ट में अपने नाम को दर्ज कराने से बचाने के लिए पाकिस्तान ने 88 आतंकी संगठनों के साथ ही उनके मुखिया की भी एक लिस्ट जारी की. जिसमें उन्हें बैन करने का दावा भी किया गया. दिलचस्प बात तो ये थी कि इस लिस्ट में दाऊद इब्राहिम का भी नाम दर्ज था. ऐसे में जाहिर सी बात है कि पाकिस्तान ने ये स्वीकार कर लिया था कि भारत का आरोपी उसके देश में ही छिपा बैठा है. दरअसल इमरान सरकार की तरफ से जो लिस्ट जारी की गई थी उसमें दाऊद का पता व्हाइट हाउस, कराची बताया गया है. जानकारी के मुताबिक आतंकियों को प्रतिबंधित करने वाला बयान पाकिस्तान ने 18 अगस्त को ही दिया था. हालांकि पाकिस्तान अभी तक ये बात मानने से इनकार करता आया है कि दाऊद उसके देश में ही शरण लेकर बैठा हुआ है.
देखा जाए तो अब तक का ये सबसे बड़ा और पाक की ओर से पहला बयान था कि दाऊद इब्राहिम को वो अपने देश में शरण दे रहा है. हालांकि अचानक से ये बात मान लेना और दाऊद के छिपे हुए ठिकानों के बारे में बताया जाना सिर्फ और सिर्फ पाकिस्तान की बड़ी चाल है. फिलहाल इस खबर से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान ये सारे दांव-पेंच FATF की ग्रे लिस्ट से खुद को बचाने के लिए खेल रहा है. जाहिर सी बात है कि पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट में अपने नाम को जाने से बचाना चाहता है. लेकिन क्या पाकिस्तान की ये चाल काम कर पाएगी, ये तो आने वाला समय ही बताएगा.