कोरोना महामारी (Coronavirus) के बीच पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक हालत बद से बदतर हो चुकी है. या यूं कहें कि रोटी के लिए अब उसे दूसरे देशों पर निर्भर होना पड़ रहा है. पहले से ही कर्ज के बोझ तले दब चुका पाकिस्तान अब एक और बड़े कर्ज के नीचे डूबने जा रहा है. दरअसल चीन (China) समर्थित एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक-एआईआईबी (Asian Infrastructure Investment Bank) की ओर से बुद्धवार को जारी किए गए बयान में कहा गया है कि वायरस (Coronavirus) से लड़ने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) को वो 25 करोड़ डॉलर का लोन देगा. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की माने तो एआईआईबी ही नहीं बल्कि विश्व बैंक भी इस लोन में अपनी भूमिका निभा रहा है.
इस बारे में बैंक की ओर से बयान दिया गया है कि इस लोन से पाकिस्तान अपने देश में कोरोना वायरस (corona virus in pakistan) से लड़ने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को और अच्छा बना सकेगा. दरअसल कोरोना वायरस कहर के बीच पाकिस्तान में रोजमर्रा के सामान के भाव आसमान छू रहे हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स के हवाले से आई जानकारी की माने तो पहले भी एआईआईबी की ओर से पाकिस्तान को 50 करोड़ डॉलर का बड़ा लोन दिया गया था. बताया जा रहा है कि जो लोन दिया जा रहा है और जो दिया जा चुका है, उसमें एआईआईबी के 10 अरब डॉलर के फंड का हिस्सा है. जिसे बैंक की तरफ से कोरोना महामारी से निपटने के लिए अलग रखा गया है.
हाल ही में पाकिस्तानी अखबार डॉन न्यूज के हवाले से आई एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में आटे की कीमत चार रुपये के बढ़ने के साथ ही अब एक किलो का भाव 54 रुपये हो गया है. जो सिर्फ कराची के बाजार में बिकने वाले आटे की कीमत है. लेकिन बाकी जगहों जैसे पंजाब समेत और कई राज्यों में इसका दाम इससे भी ज्यादा है.जानकारी के मुताबिक महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान के पीएम इमरान (PM Imran Khan) की ओर से इसी सिलसिले में दो दिन पहले कैबिनेट बैठक बुलानी पड़ी थी. जिसमें सरकार ने गेहूं के आयात को लेकर मंजूरी दे दी है. लेकिन सरकार के इस फैसले से अब गेहूं के दाम में और ज्यादा इजाफा हो जाएगा. जो आम नागरिकों के लिए भी काफी दिक्कतें पैदा करेगा. तंगी और भुखमरी जैसे हालातों से जूझ रहा पाकिस्तान का अब क्या हाल होगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा.