शास्त्रों में शनिदेव को कर्म फल दाता बताया गया है, अर्थात वे हर व्यक्ति को उसके कर्मो के अनुसार ही फल देते है | लेकिन लोग शनिदेव के नाम से ही भय खाने लगते है | लोगो को लगता है कि शनिदेव हमेशा अशुभ फल ही देते है, जबकि ऐसा नहीं है | ज्योतिष में बताया गया है कि जब शनिदेव किसी की कुंडली में शुभ स्थिति में विराजमान होते है, तो उसे शुभ फल प्रदान करते है |
परन्तु यदि किसी की कुंडली में शनिदेव शुभ भाग में ना हो तो उस व्यक्ति के जीवन में परेशानियों का दौर आरम्भ हो जाता है | हालाँकि ऐसी स्थिति से बचने के लिए ज्योतिष में कुछ उपाय बताये गए है, जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे है | यदि आपकी कुंडली में शनिदेव शुभ स्थिति में नहीं है, तो आपको ये उपाय जरूर करने चाहिए | इससे आप पर शनिदेव की कृपा बनेगी और आपको शुभ फल प्राप्त होगा |
यदि आपकी कुंडली में शनि शुभ स्थिति में नहीं है और आपको अशुभ फल की प्राप्ति हो रही है, तो आप शनिवार के दिन शनि मंदिर में तेल का दीपक अवश्य जलाये |
आप इस बात का ख़ास ख्याल रखे की आप मंगलवार और शनिवार के दिन भूलकर भी गुस्सा ना करे | इस दिन आप किसी का भी अपमान ना करे |
शनिवार के दिन आपको व्यसन की वस्तुओ से पूरी तरह दूर रहना है | भूलकर भी आप मांस, मच्छी, मदिरा आदि एक सेवन ना करे | अन्यथा शनिदेव की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है |
शनिवार के दिन आप छाया दान करे | इसके लिए आप एक कटोरी को तेल से भर ले और उसमे अपना चेहरा देखे | इसके बाद इस तेल का दान कर दे | ये उपाय आपकी कई समस्याएं दूर कर देगा |
शनिवार के दिन आप सोते समय अपने शरीर और नाख़ून पर तेल लगाए, ये शुभ फल देता है |
शनिवार के दिन यदि आप शनिदेव की पूजा कर रहे है, तो आप गुड और चने की बनी वस्तुओ का भोग अवश्य लगाए |
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आप शनिवार के दिन काले वस्त्र धारण करे, इससे शनिदेव प्रसन्न होते है |