पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) पर महाकुंभ मेले (Maha Kumbh) में हुई भगदड़ (Stampede) के असली मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि 30 जनवरी को हुई इस घटना में कम से कम 30 लोगों की मौत और 60 से अधिक लोग घायल हुए, लेकिन सही आंकड़े जारी नहीं किए गए.
उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला
राज्य विधानसभा में बजट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा, ‘महाकुंभ में इतनी बड़ी त्रासदी हुई, लेकिन वे सही आंकड़े नहीं बता रहे हैं. उन्होंने इस आयोजन का खूब प्रचार किया, लेकिन वहां उचित व्यवस्था नहीं थी.’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भगदड़ में मारे गए बंगाल के लोगों के शव बिना सही दस्तावेजों के भेज दिए गए, जिससे उनके परिवारों को मुआवजा पाने में दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा, ‘हमने शवों का पोस्टमॉर्टम कराया ताकि उनके परिवारों को मृत्यु प्रमाण पत्र मिल सके.
महाकुंभ में ‘VIP कल्चर’ पर निशाना
ममता बनर्जी ने महाकुंभ में ‘वीआईपी कल्चर’ की आलोचना करते हुए कहा कि वह इसलिए वहां स्नान करने नहीं जातीं, ताकि आम लोगों को असुविधा न हो. उन्होंने कहा, ‘इवेंट का प्रचार करने से पहले सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.’
उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि महाकुंभ भगदड़ के बाद कोई जांच कमेटी नहीं भेजी गई, जबकि बंगाल में जब भी कोई घटना होती है, वहां तुरंत जांच दल भेजे जाते हैं. ‘महाकुंभ की त्रासदी के बाद कितनी जांच कमेटियां भेजी गईं?’
बंगाल के फंड रोकने का आरोप
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल के फंड रोकने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘केंद्र ने बंगाल के हक का पैसा नहीं दिया है.’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार ने मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाओं की फंडिंग रोक दी है. इसके बावजूद राज्य सरकार अपने कल्याणकारी कार्यक्रम जारी रखेगी. सीएम ने कहा, ’28 लाख लोगों को घर मिलेगा. 12 लाख परिवारों को पहली किस्त दिसंबर में मिल चुकी है और दूसरी किस्त जून में दी जाएगी. बाकी 16 लाख लाभार्थियों को पहली किस्त दिसंबर में मिलेगी.’
निर्मला सीतारमण पर पलटवार
ममता बनर्जी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के हालिया बयानों को ‘पक्षपाती’ और ‘तथ्यों से परे’ बताया. सीतारमण ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बनर्जी ने कहा, ‘उन्हें पहले अपनी पार्टी में फैले भ्रष्टाचार को ठीक करना चाहिए. वे झूठी कहानियां गढ़ते हैं. निर्मला जी, उज्ज्वला योजना का क्या हुआ? आप सिर्फ भाषण देते हैं. भाजपा ने संघीय ढांचे को नष्ट कर दिया है.’
मतदाता सूची में हेरफेर का आरोप
ममता बनर्जी ने मतदाता सूची को ऑनलाइन करने के फैसले पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में 40 लाख नए वोटर कैसे जुड़ गए? यही साजिश बंगाल में भी हो रही है. वे बाहरी लोगों को हमारी वोटर लिस्ट में जोड़ना चाहते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे.’
केंद्रीय बजट पर तंज
उन्होंने केंद्र सरकार के बजट को ‘खोखले वादों से भरा’ बताया और कहा, ‘हम अपने बजट से जो वादा करते हैं, उसे पूरा भी करते हैं.’ पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने 2025-26 के लिए 3.89 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें सामाजिक कल्याण योजनाओं पर खास ध्यान दिया गया है. सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (DA) में 4% की बढ़ोतरी की गई है.