अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप(US President Donald Trump) अपने दूसरे कार्यकाल में कई बोल्ड फैसले (Many bold decisions)ले रहे हैं। ऐसा ही एक फैसला उन्होंने तीन पूर्व अमेरिकी राजनेताओं(Three former American politicians) के बारे में लिया है। गुरुवार को ट्रंप ने इससे जुड़े एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए। इसके मुताबिक पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी, सीनेटर रॉबर्ट केनेडी और सिविल राइट्स लीडर मार्टिन लूथर किंग जूनियर की मौतों की फाइल फिर से खोली जाएगी। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान ही इनकी मौतों से जुड़ी फाइलों को खोलने का वादा किया था। हालांकि बाद में खुफिया अधिकारियों के कहने पर उन्होंने यह विचार त्याग दिया था। लेकिन दूसरे कार्यकाल के चुनाव अभियान के दौरान उन्होंने एक बार फिर से इसके बारे में वादे किए थे।
जनता के अधिकार ज्यादा बड़े
व्हाइट हाउस में इस आदेश पर दस्तखत करते हुए उन्होंने रिपोर्टर्स से कहाकि सबकुछ खुलासा किया जाएगा। इस आदेश में कहा गया है कि रक्षा, खुफिया, कानूनी एजेंसियों या राजनयिक अभियानों को कोई भी संभावित नुकसान जनता के जानने के अधिकार से अधिक है। इसमें शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह 15 दिन के भीतर ट्रंप के सामने एक प्लान पेश करें। इसमें बताया जाएगा कि इन रिकॉर्ड्स का कैसे पूरी तरह से खुलासा किया जाए। आदेश के मुताबिक इन लोगों के परिवारों और अमेरिकी लोगों को सच्चाई जानने का पूरा अधिकार है। राष्ट्रहित में इन हत्याओं से जुड़े सभी खुलासे बिना किसी देरी के कर देने चाहिए।
पिछले साल ‘ऑल-इन’ नाम के एक पॉडकास्ट में ट्रंप ने दावा किया था कि पहले कार्यकाल के दौरान केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने इसके खुलासे में देरी का अनुरोध किया था। न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक राष्ट्रपति केनेडी को नवंबर 1963 में डलास में मारा गया था। इस केस में ली हार्वी ओसवाल्ड मुख्य संदिग्ध था। हत्या के दो दिन बाद जैक रूबी ने ओसवाल्ड की हत्या कर दी। इससे केनेडी की हत्या में साजिश की आशंका गहरा गई। वहीं, रॉबर्ट एफ केनेडी की जून 1968 में सिरहन सिरहन द्वारा और मार्टिन लूथर किंग की अप्रैल 1968 में जेम्स अर्ल रे द्वारा हत्या कर दी गई थी।