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भारतीय शख्स को व्हाइट हाउस पर हमले की कोशिश में मिली 8 साल की सजा

हैदराबाद के चंदनगर (Chandnagar) में रहने वाले साईं वर्षित कंडुला नाम के एक युवक को अमेरिका (USA) में 96 महीने की जेल की सजा सुनाई गई. उस पर अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास स्थान व्हाइट हाउस (White House) पर हमला करने की कोशिश करने का आरोप था, जिसमें वो दोषी पाया गया. साईं वर्षित मिसौरी के सेंट लुइस में रहता था और उसकी उम्र 20 साल है. इसने 22 मई, 2023 को किराए के ट्रक का इस्तेमाल करके हमला करने की कोशिश की थी.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत ने पाया कि इस युवक का इरादा संयुक्त राज्य अमेरिका की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को उखाड़कर नाजी विचारधारा से प्रेरित तानाशाही स्थापित करना था. सजा की घोषणा अमेरिकी अटॉर्नी मैथ्यू एम. ग्रेव्स, यूएस सीक्रेट सर्विस वाशिंगटन फील्ड ऑफिस के स्पेशल एजेंट इन चार्ज विलियम मैककूल, एफबीआई वाशिंगटन फील्ड ऑफिस के आतंकवाद निरोधक प्रभाग के एफबीआई स्पेशल एजेंट इन चार्ज संजय विरमानी, यूएस पार्क पुलिस की चीफ जेसिका एम. टेलर और मेट्रोपॉलिटन पुलिस डिपार्टमेंट (एमपीडी) की चीफ पामेला ए. स्मिथ ने की.

जेल से छूटने के बाद भी निगरानी में रहेगा साई वर्षित
साईं वर्षित कंडुला का भारत के चंदनगर नाम के शहर में जन्म हुआ था. घटना के समय उसके पास ग्रीन कार्ड था और वो अमेरिका का वैध स्थायी निवासी था. अदालत ने उसे जेल की सजा के अलावा रिहाई के बाद तीन साल तक निगरानी में रखने का भी आदेश दिया है.

क्या है मामला?
अदालती दस्तावेजों के मुताबिक, कंडुला ने 22 मई, 2023 को वन-वे एयरलाइन टिकट लेकर सेंट लुइस, मिसौरी से वॉशिंगटन के लिए उड़ान भरी. इसके बाद वह लगभग 5.20 बजे एयरपोर्ट पर पहुंचा और 6.30 बजे एक ट्रक किराए पर लिया. खाना खाने और गैस भराने के लिए रुकने के बाद वह वॉशिंगटन के लिए चला. रात 9.35 बजे वो व्हाइट हाउस के उत्तरी हिस्से में स्थापित ट्रैफिक बैरियर में ट्रक से टक्कर मार दी. यहां तक कि उसने फुटपाथ पर भी ट्रक को चलाया. डर की वजह से पैदल चलने वाले भागने लगे.

 

बैरियर से टकराने के बाद उसने ट्रक को पीछे की ओर मोड़ा और दूसरी बार टक्कर मारी. दूसरी टक्कर में ट्रक को भारी नुकसान हुआ और इंजन से धुआं निकलने लगा. ट्रक से बाहर निकलने के बाद कंडुला ने अपने बैग से नाजी स्वस्तिक वाला झंडा निकाला और उसे लहराया. इसके बाद यूएस पार्क पुलिस और यूएस सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने कंडुला को घटनास्थल पर ही गिरफ्तार कर लिया और उसे हिरासत में ले लिया. साईं वर्षित की कोशिश व्हाइट हाउस तक पहुंचने की थी और उसका इरादा लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को नाजी जर्मनी से प्रेरित तानाशाही से बदलना था, जिसका नेता वह खुद हो.

साईं वर्षित ने कौन सी बात कबूल की?
कंडुला ने जांचकर्ताओं के सामने स्वीकार किया कि वह अपने टारगेट को हासिल करने के लिए कुछ भी कर सकता है. अगर जरूरत हुई तो अमेरिकी राष्ट्रपति और अन्य लोगों की हत्या भी करने के लिए तैयार था.