सोने के भाव (Gold Prices) में तेजी का दौर जारी है। 24कैरेट और 22 कैरेट सोने का दाम 550 रुपये तक बढ़ा है। सोने का औसत भाव 80,600 रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा है। दिल्ली, राजस्थान, यूपी, हरियाणा जैसे राज्यों में 24 कैरेट सोने का भाव 80,700 रुपये के ऊपर है। सोने के भाव में आ रही लगातार तेजी से ऐसा लग रहा है कि सोना अपने पिछले पीक को जल्द पा लेगा। सोना साल 2024 में 82,000 रुपये के ऊपर चला गया था। अब देखना होगा कि सोना जल्द अपने पुराने पीक तक कब तक पहुंचेगा।
17 जनवरी 2025 को महंगी हुई चांदी
देश में एक किलोग्राम चांदी का दाम 95,500 रुपये पर है। चांदी के भाव में 2,000 रुपये की तेजी आई है। इससे पहले चांदी का भाव 93,500 रुपये था। चांदी के भाव में लगातार तेजी आ रही है। साल 2024 में एक किलोग्राम चांदी का दाम 1,00,000 रुपये को पार कर गया था। चांदी में भी देखना होगा कि चांदी कब अपने पिछले पीक तक आती है।
देश में ज्यादातर ज्वैलरी 22 कैरेट सोने में बनाई जाती है। 22 कैरेट सोने का भाव चढ़ने या घटने का असर सीधे बायर्स को होता है। अभी देश के ज्यादातर बड़े शहरों में 22 कैरेट सोने का भाव 74,000 रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा है। सोना सस्ता होने पर सोने की ज्वैलरी का दाम भी कम होता है और महंगा होने पर गोल्ड के गहने महंगे हो जाते हैं।
घरेलू बाजार में महंगा हो रहा है सोना
सोने के महंगा होने के कई कारण हैं। शादी और त्योहारों के सीजन में गहनों की बढ़ती मांग इसकी कीमतों को बढ़ाती है। साथ ही, सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, जिससे आर्थिक अनिश्चितता के समय इसकी खरीदारी बढ़ जाती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में मजबूती और डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी भी सोने के महंगा होने का बड़ा कारण है। इसके अलावा, आयात शुल्क और निवेशकों की दिलचस्पी ने भी सोने की कीमत को ऊपर ले जाने में भूमिका निभाई है।
17 जनवरी 2025 को ये रहा सोने का रेट
शहर का नाम 22 कैरेट गोल्ड रेट 24 कैरेट गोल्ड रेट
दिल्ली 74,050 80,770
नोएडा 74,050 80,770
गाजियाबाद 74,050 80,770
जयपुर 74,050 80,770
गुड़गांव 74,050 80,770
लखनऊ 74,050 80,770
मुंबई 73,900 80,070
कोलकाता 73,900 80,070
पटना 73,950 80,120
अहमदाबाद 73,950 80,120
भुवनेश्वर 73,900 80,070
बेंगलुरु 73,900 80,070
भारत में कैसे तय होती है सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमत कई फैक्टर पर निर्भर करती है, जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव, रुपये और डॉलर का एक्सचेंज रेट, और आयात शुल्क। शादी और त्योहारों के समय सोने की मांग बढ़ने पर कीमतें भी बढ़ जाती हैं। साथ ही, न्यूयॉर्क और लंदन के बुलियन मार्केट में सोने की कीमतें भी भारत के भाव को सीधे प्रभावित करती हैं। सप्लाई-डिमांड का बैलेंस और वैश्विक घटनाएं भी सोने की कीमत तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं।