इजरायल और हमास (Israel and Hamas) के बीच युद्धविराम (ceasefire) और बंधक अदला-बदली समझौते पर लागू होने से पहले ही संकट के बादल मडंराने लगे हैं। इजरायल की बेंजामिन नेतन्याहू सरकार (Benjamin Netanyahu Government) में राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन ग्विर (Itamar Ben Gvir) ने गठबंधन से हटने की धमकी दी है। बेन ग्विर ने गुरुवार शाम को कहा कि अगर कैबिनेट गाजा पट्टी में हमास के साथ बंधक-युद्धविराम समझौते को मंजूरी देती है तो उनकी धुर-दक्षिणपंथी ओत्जमा येहूदित पार्टी प्रधानमंत्री बेंजामिन के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन से हट जाएगी। नेतन्याहू की लिकुड पार्टी ने धमकी की निंदा की है और कहा कि जो कोई भी दक्षिणपंथी सरकार को भंग करेगा, उसे हमेशा के लिए कलंक के रूप में याद किया जाएगा।
इजरायल और हमास दोहा में महीनों तक चले कूटनीतिक प्रयासों के बाद बीते बुधवार को युद्धविराम-बंधक समझौते पर पहुंचे थे। अमेरिका, मिस्र और कतर की मध्यस्थता में हुए समझौते को रविवार से लागू होना है, लेकिन उसके पहले इसे इजरायली कैबिनेट से मंजूरी लेनी होगी। ऐसे में बेन ग्विर से नेतन्याहू के सामने संकट खड़ा हो गया है। हालांकि, बेन ग्विर ने कहा है कि अगल युद्ध फिर से शुरू होता है तो वह वापस लौटने को तैयार है।
क्या गिर जाएगी नेतन्याहू सरकार?
नेतन्याहू का गठबंधन बेन ग्विर की पार्टी के बिना भी नेसेट (इजरायली संसद) में बहुमत बनाए रखेगा। हालांकि, अगर एक और धुर-दक्षिणपंथी मंत्री बेजेलेल स्मोत्रिच की पार्टी भी अलग होने का फैसला करती है तो यह अल्पमत में आ जाएगा। इस बीच विपक्षी दलों ने गठबंधन को समर्थन करने का वादा किया है, जब तक यह युद्धविराम-बंधक समझौते को आगे बढ़ा रहा है।
वहीं, बेन ग्विर और स्मोत्रिच के अलावा नेतन्याहू के एक और मंत्री उनकी ही लिकुड पार्टी के सदस्य अमीचाई चिक्ली ने भी इस्तीफे की धमकी दी है। चिक्ली ने गुरुवार शाम को कहा कि अगर युद्ध-विराम स्थायी हो जाता है और युद्ध के लक्ष्य हासिल होने से पहले इजरायली सेना गाजा और मिस्र की सीमा से हट जाती है तो वह सरकार से इस्तीफा दे देंगे।
बेन ग्विर क्यों हैं नाराज?
बेन ग्विर ने पत्रकारों से कहा कि इस समझौते में आजीवन कारावास काट रहे सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है, जो गाजा में आतंकवादी समूहों को फिर से खड़ा होने में सक्षम करेगा और सीमावर्ती क्षेत्र में निवासियों के लिए खतरे को वापस लाएगा। उन्होंने कहा, लापरवाह सौदा सैकड़ों हत्यारे आतंकवादियों की रिहाई की ओर ले जाएगा और युद्ध की उपलब्धियों को प्रभावी रूप से मिटा देगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘हमास को खुद को फिर से खड़ा करने की महत्वपूर्ण क्षमता के साथ छोड़ दिया जाएगा।’
टाइम्स ऑफ इजरायल ने समझौते की एक लीक प्रति के आधार पर रिपोर्ट में बताया है कि सौदे के पहले चरण में 33 इजरायली बंधकों के बदले 1700 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना है। इनमें 700 आतंकवादी हैं, जिनमें 250-300 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। गाजा पट्टी की लड़ाई में 8 अक्टूबर के बाद से पकड़े गए 1000 गाजावासी और 2011 के गिलाद शालिट सौदे के 47 फिर से गिरफ्तार कैदी शामिल हैं।