दिल्ली(Delhi) में विधानसभा चुनाव(assembly elections) से पहले एक बड़े ऐक्शन(Big Actions) के तहत पुलिस ने ऐसे गिरोह(The police arrested such gangs) का पर्दाफाश किया है जो अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को दिल्ली का वोटर बनाने में जुटा हुआ था। ना सिर्फ वोटर कार्ड बल्कि आधार कार्ड समेत सभी ऐसे दस्तावेज अवैध घुसपैठियों के बनाए जा रहे थे जिससे वो खुद को भारत का नागरिक बता सकें। पुलिस ने इन दस्तावेजों को तैयार करने वाले 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
डीसीपी साउथ अंकित चौहान ने बताया कि जिन 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करने वाले, आधार ऑपरेटर और टेक एक्सपर्ट शामिल हैं। एक फर्जी वेबसाइट के जरिए ये अवैध घुसपैठियों के वोटर कार्ड समेत सभी दस्तावेज तैयार कर रहे थे। पुलिस ने मौके से काफी सामान और दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
डीसीपी ने बताया कि अवैध बांग्लादेशी जंगल के रास्ते और ट्रेनों के जरिए भारत में दाखिल होते हैं। दिल्ली में यह गिरोह इन लोगों के दस्तावेज तैयार कराता था। पुलिस इस गिरोह के खुलासे के बाद इस जांच में जुटी है कि क्या और भी लोग इनके साथ जुड़े हुए थे। यह भी पता लगाया जा रहा है कि अब तक कितने और किन लोगों के फर्जी वोटर कार्ड, आधार कार्ड बनाए जा चुके थे।
इस गिरोह का पर्दाफाश ऐसे समय पर हुआ है जब फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होना है और इससे पहले अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा बड़ा होता जा रहा है। पिछले दिनों एलजी ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया था कि शहर में अवैध बांग्लादेशियों की पहचान की जाए। इन्हें वापस बांग्लादेश भेजा जाएगा। पुलिस कई इलाकों में अभियान चलाकर ऐसे लोगों को दस्तावेज जांच रही है, जिनके बांग्लादेशी होने का शक है।
अवैध बांग्लादेशियों के भारत आने और दिल्ली में वोटर कार्ड हासिल करने के मुद्दे पर आम आदमीी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच खूब आरोप प्रत्यारोप चल रहे हैं। ऐसे में इस गिरोह के खुलासे के बाद अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर राजनीति भी और तेज हो सकती है।