उत्तर प्रदेश के कई मजदूर परिवार नारनौंद खंड के गांव बुडाना के सोनू ईंट भट्ठा पर काम करते हैं। इन दिनों भट्ठा पर ईंटों की पथाई व चिमनी के पास खडेंजे लगाने का काम चल रहा है। रात एक बजे के करीब दीवार गिर गई और 20 लोग उसके नीचे दब गए।
हिसार जिले के नारनौंद क्षेत्र के गांव बुडाना में रविवार रात करीब एक बजे बड़ा हादसा हो गया। ईंट भट्ठे पर ईंट पकाने वाली जगह के साथ लगती एक दीवार गिरने से उसके नीचे करीब 20 मजदूर व बच्चे दब गए। हादसे में चार बच्चों की मौत हो गई।
मृतकों में 3 महीने की निशा, करीब 9 साल का सूरज, 9 साल का ही विवेक और 5 साल की नंदिनी शामिल है। पांच साल की बच्ची गौरी की हालत गंभीर बनी हुई है। रविवार दो बजे उसे हिसार के नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया गया है। सभी लोग उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर जिले के जलालपुर के गांव बधाव के रहने वाले हैं।
वहीं इस हादसे में दीवार के नीचे दबे अन्य लोगों को सकुशल निकाल लिया गया। उनका नारनौंद के नागरिक अस्पताल और हांसी सिविल अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के कई मजदूर परिवार नारनौंद खंड के गांव बुडाना के सोनू ईंट भट्ठा पर काम करते हैं। इन दिनों भट्ठा पर ईंटों की पथाई व चिमनी के पास खडेंजे लगाने का काम चल रहा है। मजदूर ओमप्रकाश ने बताया कि रात करीब 12 बजे करीब 25 मजदूर ईंट भट्ठे पर काम कर रहे थे। चिमनी के पास की दीवार के साथ ही सभी बच्चे सो रहे थे। यह पक्की ईटों की दीवार थी जो बच्चों पर गिर गई।
तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं घायल तीन बच्चों को ईटों के नीचे से निकाल कर पहले नजदीकी अस्पताल भेजा गया। वहां से गंभीर हालत को देखते हुए हिसार के नागरिक अस्पताल रेफर कर दिया गया। हिसार लाते समय रास्ते में 3 महीने की निशा की भी मौत हो गई।