भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में अपनी प्लेइंग-11 में दो बदलाव किए। इसमें से एक बदलाव हर्षित राणा की जगह आकाशदीप को टीम में शामिल करना था। आकाशदीप ने इस मैच की पहली पारी में गेंदबाजी तो कुछ खास नहीं की। इसी दौरान उन्होंने एक ऐसी खराब गेंद फेंकी कि ऋषभ पंत गुस्से में लाल हो गए।
आकाश दीप को सिर्फ एक विकेट मिला। उन्होंने 29.5 ओवरों में पांच ओवर मेडन फेंके और 95 रन देकर एक विकेट लिया। हालांकि, उन्होंने काफी अहम विकेट लिया। आकाशदीप ने एलेक्स कैरी को पवेलियन की राह दिखाई जिन्होंने 88 गेंदों पर सात चौके और दो छक्कों की मदद से 70 रनों की पारी खेली।
पिच के बाहर फेंकी गेंद
आकाशदीप के सामने एलेक्स कैरी ही थे। उन्होंने रनअप लिया और गेंद फेंकी, लेकिन ये गेंद काफी खराब थी। आकाशदीप की ये गेंद ऑफ स्टंप की तरफ पिच के बाहर चली गई। विकेटकीपर ऋषभ पंत ने इसे रोकने की कोशिश की और डाइव मारी। वह गेंद को पूरी तरह से कलेक्ट तो कर नहीं पाए, लेकिन गेंद को चौके के लिए नहीं जाने दिया। डाइव मारकर जब पंत उठे तो उनके चेहरे पर गुस्सा साफ देखा जा सकता था। इसे अंपायर ने वाइड बॉल करार दिया। आकाशदीप भी अपनी इस गेंद से काफी निराश थे। कमेंटेटरों को भी यकीन नहीं हुआ कि आकाशदीप ने ये गेंद कैसे फेंक दी।
आकाशदीप की हुई पैरवी
आकाशदीप वो गेंदबाज हैं जिनको लेकर बीते दो मैचों में काफी चर्चा हुई। वो भी तब जब वह दोनों मैचों में खेले नहीं थे। उनकी जगह हर्षित राणा को मौका दिया गया था। इसे लेकर सवाल उठे थे। कई लोगों ने कहा था कि राणा को मौका इसलिए मिला क्योंकि वह गंभीर के खास हैं और उनके साथ कोलकाता नाइट राइडर्स में थे। एडिलेड में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में हार के बाद ये सवाल और गंभीर हो गए थे। राणा को एडिलेड टेस्ट में एक भी विकेट नहीं मिला था। नतीजन ब्रिस्बेन में आकाशदीप को मौका दिया गया।