हरियाणा में एक अक्तूबर से विंटर एक्शन प्लान व ग्रैप-एक के नियम लागू होने के बावजूद वायु प्रदूषण कम नहीं हो पा रहा। दिवाली के बाद भी स्थिति और गंभीर होती जा रही है। र विवार को बहादुरगढ़ देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 335 पहुंच गया। वहीं, देश में चौथे नंबर पर सोनीपत (321) है।
राजधानी दिल्ली का एक्यूआई 382 है। दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। इसके अलावा भिवानी का एक्यूआई भी 300 के करीब है। वायु प्रदूषण के गंभीर स्थिति में पहुंचने के बाद हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने सभी जिलों के डीसी को ग्रैप-1 के नियमों को सख्ती से लागू कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण रोकने के लिए नगर निगम, पुलिस, प्रदूषण बोर्ड के स्थानीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। सभी डीसी को किसी भी तरह की लापरवाही मिलने पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा गया है।
पराली जलाने के 19 नए मामले… आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
राज्य में रविवार को पराली जलाने के 19 नए मामले आए। अब तक पराली जलाने के कुल 857 मामले आ चुके हैं। पराली जलाने पर नियंत्रण लगाने के मामले में राज्य सरकार को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में जवाब भी देना है। सरकार ने पराली जलाने की घटनाएं रोकने व प्रदूषण कम करने के लिए क्या किया, इस पर भी रिपोर्ट देनी है। हरियाणा में अब तक कैथल में सबसे ज्यादा 158, कुरुक्षेत्र में 129, करनाल में 82, अंबाला में 78 और जींद में 67 मामले आए हैं। 588 किसानों की मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रेड एंट्री हो चुकी हैं। 251 एफआईआर और 343 चालान किए गए हैं।
देश के 23 शहरों की हवा में सुधार, हरियाणा के 11 शहरों में प्रदूषण बरकरारदो नवंबर को देश के 70 शहरों में हवा खराब थी। इन शहरों का एक्यूआई 200 से 300 के बीच था। इनमें हरियाणा के भी 11 शहर थे। तीन नवंबर को 23 शहरों की हवा में सुधार हुआ और कुल 47 प्रदूषित शहर हो गए, लेकिन इसमें प्रदेश के 11 शहर शामिल हैं। इनमें भिवानी 300, चरखी दादरी 280, फरीदाबाद 250, फतेहाबाद 214, गुरुग्राम 281, जींद 241, कैथल 221, कुरुक्षेत्र 240, नारनौल 206, रोहतक 260 और सिरसा 236 शामिल हैं।