हिजबुल्ला ने इजरायल के दो सैन्य ठिकानों पर राकेट हमले का दावा किया है। उसने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के इजरायल पहुंचने से कुछ घंटे पहले राकेट दागे। हालांकि इजरायल ने इस हमले को नाकाम करने और किसी के हताहत नहीं होने की सूचना दी है।
जबकि पश्चिम एशिया में संघर्ष विराम के प्रयास में ब्लिंकन ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। यह माना जा रहा है कि अमेरिका में पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले वाशिंगटन का यह अंतिम बड़ा प्रयास है। सात अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमास के हमले के बाद ब्लिंकन का पश्चिम एशिया का यह 11वां दौरा है।
कई इलाकों में सुनाई दी सायरन की आवाज
इस बीच, ईरान समर्थित हिजबुल्ला ने कहा कि वह इजरायल के साथ लड़ाई के बीच कोई वार्ता नहीं करेगा। बन के पहुंचने से कुछ घंटे पहले मंगलवार सुबह तेल अवीव और मध्य इजरायल के कई इलाकों में सायरन की आवाज सुनाई दी। हिजबुल्ला ने कहा कि उसने तेल अवीव और हाइफा के समीप सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
इजरायली सैन्य खुफिया के ग्लिलोट बेस पर राकेट दागे गए। जबकि इजरायली सेना ने कहा कि लेबनान की ओर से पांच राकेट दागे गए। इनमें से ज्यादातर को मार गिराया गया। एक खुले इलाके में गिरा। यह हमला ऐसे समय किया गया, जब इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्ला के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सोमवार देर रात बेरूत के मुख्य अस्पताल के समीप हमला किया गया।
इजरायली हवाई हमले में मारे गए 13 लोग
इजरायली हवाई हमले में 13 लोग मारे गए और 57 घायल हो गए। हालांकि इजरायली सेना ने हिजबुल्ला के एक ठिकाने को निशाना बनाने की बात कही है।
नेतन्याहू के घर पर हमले की ली जिम्मेदारी
हिजबुल्ला ने इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के घर पर ड्रोन हमले की पूरी जिम्मेदारी ली है। उसने यह संकेत भी दिया कि आने वाले समय में इस तरह के और हमले हो सकते हैं। इजरायली पीएम के कार्यालय ने बताया था कि शनिवार को ड्रोन हमले में नेतन्याहू के आवास को निशाना बनाया गया था। उस समय नेतन्याहू और उनकी पत्नी में से कोई भी वहां नहीं था।