5 अक्तूबर को होने वाले विधानसभा आम चुनाव 2024 कोे शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सम्पन्न करवाने के लिए 4 अक्तूबर को पोलिंग पार्टियां बूथों के लिए रवाना होंगी। पोलिंग पार्टियों को ग्राम सचिव सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेंगे और फील्ड में उतरकर सभी बूथों का जायजा लेंगे।
उचाना विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त विवेक आर्य ने यह निर्देश वीरवार को उचाना उपमंडल के कांफ्रैंस हॉल में ग्राम सचिवों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। उन्होंने कहा कि पोलिंग पार्टियों के लिए रहन-सहन व खाने की व्यवस्था हर हाल में करवाना सुनिश्चित करें। अगर कोई ग्राम सचिव इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग मतदाताओं के लिए बूथों पर व्हील चेयर उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें अगर व्हील चेयर नहीं है तो उसके लिए एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाना सुनिश्चित करें ताकि दिव्यांग मतदाता को मतदान के दिन किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो।
उन्होंने ग्राम सचिवों को निर्देश दिए कि वे पोलिंग पार्टियों के खाने की व्यवस्था के लिए सरपंचों को आदेश जारी करें कि वे इस कार्य में प्रशासन का सहयोग करें। मतदान के दिन भी सरपंच, नम्बरदार प्रशासन का सहयोग करना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर अलेवा के बी.डी.पी.ओ. अक्षयदीप, उचाना के बी.डी.पी.ओ. राज सिंह, चुनाव समन्वयक मास्टर रामप्रसाद व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
ए.डी.सी. ने की माइक्रो ऑब्जर्वर्स के साथ-साथ जोनल और सैक्टर मैजिस्ट्रेटों के साथ बैठक
उचाना विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी विवेक आर्य ने वीरवार को उचाना विधानसभा क्षेत्र के लिए लगाए गए माइक्रो ऑब्जर्वर के साथ-साथ जोनल और सैक्टर मैजिस्ट्रेटों की प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी कॉलेज में एक बैठक बुलाई। रिटर्निंग अधिकारी ने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य 5 अक्तूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सम्पन्न करवाना है।
उन्होंने बताया कि माइक्रो ऑब्जर्वर की मतदान केन्द्रों पर अहम भूमिका होती है, उनका कार्य यह होता है कि मतदान केन्द्रों पर चुनावी प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से चल रही है या नहीं। उन्होंने माइक्रो ऑब्जर्वर को निर्देश दिए कि वे मतदान से पहले माॅकपोल अवश्य करवाएं और माॅकपोल में 50 वोट डालना सुनिश्चित करें।
यह कार्य एजैंटों की देख-रेख में करवाएं और माॅकपोल दौरान विशेष ध्यान रखें कि किस-किस उम्मीदवार को कितने वोट डाले गए हैं। उसके बाद रिजल्ट, क्लोज, क्लीयर का बटन अवश्य दबाए, यह कार्य गम्भीरता से करवाना सुनिश्चित करें, इस कार्य के बाद वी.वी.पैट में से निकलने वाली माॅकपोल की पर्चियों पर मोहर लगाकर उसे एक लिफाफे में बंद करें।
उन्होंने कहा कि इसके बाद ही मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से चालू करें। उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्र पर इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आई कार्ड के बिना कोई भी प्रवेश न हो। मतदान करने वाले प्रत्येक मतदाता के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली पर स्याही अवश्य लगाए। किसी भी सूरत में फर्जी वोट नहीं डालें, इसका भी विशेष ध्यान रखें। पी.ओ. डायरी को जरूर मेन्टेन रखें।
उन्होंने माइक्रो ऑब्जर्वर को निर्देश दिए कि वे चुनाव आयोग द्वारा जारी हिदायतों की पालना हर हाल में करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जोनल मैजिस्ट्रेटों को निर्देश दिए कि वे मतदान के दिन सभी बूथों पर जाकर निरीक्षण करें और विजिट शीट को अवश्य भरें। उन्होंने कहा कि मतदान के दिन अगर किसी बूथ से कोई शिकायत मिलती है तो तुरंत बूथ पर जाकर उस शिकायत पर तुरंत संज्ञान लें और उसकी सूचना संबंधित ए.आर.ओ., आर.ओ. को अवश्य दें। उन्होंने बताया कि मतदान के दिन सभी बूथों की सौ मीटर की परिधि में धारा 144 लागू है, आमजन इस परिधि के अन्दर एकत्रित नहीं हो सकते।
उन्होंने सैक्टर आफिसरों को निर्देश दिए कि वे मतदान के दिन बूथों पर कम से कम तीन बार विजिट जरूर करें। प्रत्येक 2 घंटे में यह सूचना अवश्य दें कि किस बूथ पर कितने प्रतिशत वोट डल चुके हैं। किसी भी बूथ पर भीड़ इकट्ठी नहीं होने दें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे विधानसभा आम चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सम्पन्न करवाए। इस अवसर पर ए.आर.ओ. निखिल सिंगला, अलेवा तहसीलदार रमन कुंडू, नायब तहसीलदार हरीश बिजारणिया, बी.आर.सी. रणपाल श्योकन्द, प्राचार्य वजीर दलाल, मास्टर रामप्रसाद व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।