उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित करने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा ऐलान कर दिया है। देहरादून, श्रीनगर, हल्द्वानी में राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद अब हरिद्वार में भी मेडिकल कॉलेज का संचालन होने जा रहा है। दरअसल, मैदानी जनपद होने के बावजूद हरिद्वार में चिकित्सकों की कमी थी। ऐसे में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के विशेष प्रयासों से हरिद्वार में मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है। बताया गया कि हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए शुरुआती चरण में 100 एमबीबीएस सीटों को मंजूरी मिली है।
दूसरी अपील में केंद्र से मिली मंजूरी
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, उत्तराखंड सरकार ने 2024-2025 शैक्षणिक सत्र के लिए 100 एमबीबीएस सीटों के साथ इस नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए प्रस्ताव भेजा था। इसके बाद, नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) की पहली अपील में कॉलेज को कुछ कमियों के आधार पर अस्वीकृति मिली थी। हालांकि, दूसरी अपील में केंद्र सरकार ने इन खामियों की समीक्षा की और नए दस्तावेजों और प्रस्तुतियों के आधार पर मेडिकल कॉलेज को मंजूरी दे दी है।
हरिद्वार में चिकित्सा व्यवस्था होगी दुरुस्त
मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि हरिद्वार में इस मेडिकल कॉलेज की स्थापना से उत्तराखंड में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में एक बड़ा सुधार होगा। राज्य के मेडिकल कॉलेजों में बढ़ती सीटों के साथ, स्थानीय छात्रों को यहीं पर उच्चस्तरीय चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का भी विस्तार होगा। इस पहल से हरिद्वार और इसके आसपास के क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं की पहुंच और गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होगा, जिससे क्षेत्र के निवासियों को समय पर और सटीक चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी। राज्य सरकार इस मेडिकल कॉलेज के माध्यम से ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करेगी।