जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, हरियाणा राज्य हड़ताल का अखाड़ा बनता जा रहा है. आए दिन किसी न किसी विभाग के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार को हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे रहे हैं. अभी सरकारी डाक्टरों की हड़ताल से सूबे की नायब सैनी सरकार निपटी ही थी कि अब रोहतक के डेंटल सर्जनों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे दी है.
31 जुलाई तक का अल्टिमेटम
शनिवार देर शाम रोहतक, झज्जर, भिवानी, सोनीपत और जींद जिलों के दंत चिकित्सकों, वरिष्ठ दंत चिकित्सकों, उप चिकित्सा अधीक्षकों और उप सिविल सर्जनों ने रोहतक में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सरकार को 31 जुलाई तक का अल्टिमेटम दिया गया है. उनका कहना है कि यदि उनकी लंबित मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे निर्धारित समयावधि के बाद हड़ताल पर चले जाएंगे.
एसीपी में भेदभाव
एचसीडीएस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रमेश पांचाल ने कहा कि मेडिकल ऑफिसर और डेंटल सर्जन एक ही छत के नीचे एक जैसा काम करते हैं लेकिन उनका वेतनमान अलग-अलग हैं. इसके साथ ही एसीपी में भी भेदभाव हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को मांगे पूरी करने के लिए 31 जुलाई तक की डेडलाइन दी गई है. यदि सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तो पहले वे काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे.
रमेश पांचाल ने बताया कि इसके बाद 2 घंटे की सामूहिक हड़ताल और फिर भूख हड़ताल शुरू करेंगे. अगर तब भी मांग पूरी नहीं हुई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से सरकार को आगाह कर रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. ऐसे में हम और ज्यादा अत्याचार सहन नहीं करेंगे और सरकार को उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा.