हरियाणा में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Election) को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है. यहां I.N.D.I.A गठबंधन में दरार पड़ गई है. लोकसभा चुनाव कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने अकेले दम पर विधानसभा चुनाव में उतरने का फैसला लिया है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ऐलान करते हुए कहा कि हरियाणा में पार्टी सभी 90 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.
राष्ट्रीय पार्टी है AAP
चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम भगवंत मान ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर चुकी हैं. गुजरात में हमारी पार्टी ने 14% वोट हासिल किए थे. गुजरात और गोवा में AAP के विधायक हैं. दिल्ली और पंजाब में हमारी पार्टी की सरकार है. अब हरियाणा में पूरी ताकत के साथ विधानसभा चुनाव के रण में उतरेंगे.
दोनों राज्यों से सटा है हरियाणा
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि आधा हरियाणा पंजाब और आधा हरियाणा दिल्ली से टच करता हैं और खास बात यह है कि अरविंद केजरीवाल हरियाणा के रहने वाले हैं. पंजाब, दिल्ली और हरियाणा की संस्कृति मिलती है. कुछ लोगों को दिल्ली के काम पता हैं, तो कुछ को पंजाब के काम पता हैं. बतौर मुख्यमंत्री पार्टी जहां भी मुझे जिम्मेदारी सौंपेगी, हम वहां जाएंगे और टीम बनाकर लड़ेंगे.
बूथ लेवल पर लड़ेंगे चुनाव
आम आदमी पार्टी के महासचिव संदीप पाठक ने कहा कि अगर किसी को संदेह है कि आप हरियाणा में कैसे चुनाव लड़ेगी, तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आप हरियाणा में जबरदस्त चुनाव लड़ेगी. बूथ स्तर पर लड़ेगी. हमें हर जगह से बदलाव की आवाज सुनाई दे रही है. कुरुक्षेत्र में हमने लोकसभा चुनाव लड़ा. हालांकि, हमें बेहद कम मार्जिन से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन कुरूक्षेत्र की जनता ने पहले ही चुनाव में हमें भरपूर समर्थन दिया है.