पंजाब मंडी बोर्ड और नेशनल काउंसिल आफ स्टेट एग्रीक्लचर मार्किंग बोर्ड (कोसांब), नई दिल्ली ने संयुक्त रूप से पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट के नेतृत्व में किसान भवन, चंडीगढ़ में फल एवं सब्जी मंडियों के आधुनिकीकरण पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया। इस अवसर पर बतौर मुख्य मेहमान वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडिया ने शिरकत की। जबकि आदित्य देवीलाल चौटाला चेयरमैन कोसांब एवं स्टेट एग्रीक्लचरल मार्किटिंग बोर्ड हरियाणा तथा नीलिमा आई.ए.एस. कमिश्नर एग्रीकल्चर, पंजाब सरकार ने गेस्ट आफ आनर के रूप शिरकत की।
इस मौके पर बरसट ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि फल और सब्जियां हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं और इनके बिना रहने के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता, लेकिन सब्जी मंडियों में सब्जियों का रखरखाव ठीक से नहीं हो पाता है। इसलिए हम सभी को फल एवं सब्जी मंडियों को अच्छे तरीके से विकसित करने की आवश्यकता है, ताकि लोगों को अच्छा वातावरण प्रदान किया जा सके। आज इस सम्मेलन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य ही यह है कि आज के समय में फल और सब्जी मंडियों का आधुनिकीकरन किया जाए और इसके लिए सम्मेलन में उपस्थित सभी डेलीगेट्स से विचार विमर्श किया गया है।
उन्होंने बताया कि पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा मंडियों के विकास और किसानों की भलाई के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। पिछले वर्ष जब बाढ़ आई तो मंडी बोर्ड के कर्मचारियों ने पहले जमीनी स्तर पर काम किया, फिर अपना एक दिन का वेतन और मेरा एक माह का वेतन मिलाकर लगभग 47 लाख 15 हजार रुपए सीएम रिलिफ फंड में योगदान दिया था। 2014 में आधुनिक फल और सब्जी मंडी, मोहाली को शुरू करवाया और अब इससे कमाई भी शुरू हो गई है। पंजाब की समूह मार्किट कमेटियों, फील्ड दफ्तरों व मंडियों के कवर शैडों पर सोलर सिस्टम लगाने की शुरुआत, मंडियों में एटीएम की स्थापना, ऑफ-सीजन में शादियों और अन्य गतिविधियों के लिए मंडियों के कवर शेडों को किराए पर उपलब्ध कराना, बच्चों के विकास के लिए ऑफ सीजन में इनडोर गेम्स से मंडियों के कवर शैडों को मुहैया करवाना और किसान भवन के माध्यम से 1 जुलाई 2023 से 30 जून 2024 तक 4 करोड़ 13 लाख 19 हजार रुपये की आय हुई है।
इस दौरान पंजाब के वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि किसानों की उपज से लेकर फसल के मंडी में आने और उपभोक्ताओं के घर तक पहुंचाने काम साफ तरीके से होना बहुत जरूरी है। आज सभी के खाने-पीने का ढंग बदल रहा है, इसलिये आधुनिकीकरण की बहुत जरूरत है। स्वस्थ जीवन जीने के लिए लोगों के जीवन में फल और सब्जियां बहुत जरूरी हैं, इसलिए फलों और सब्जियों का साफ होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत में पंजाब का मंडीकरण सिस्टम बहुत बढ़िया है।
कृषि मंत्री, पंजाब खुडिया ने कहा कि पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है। पंजाब ने देश के अनाज भंडार में बहुत बड़ा योगदान दिया है। समय के साथ-साथ कृषि की तकनीकों में बहुत बदलाव देखने को मिल रहा है। पंजाब की मंडीकरण सिस्टम बहुत ही सुचारू ढंग से चल रहा है। पर आज जरूरत है फल और सब्जियों की। पंजाब के मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की सोच है कि लोगों को अच्छा वातावरण मुहैया करवाया जाए, अच्छा-पीना मिले। जिसके लिए पंजाब मंडी बोर्ड बहुत अच्छे से काम कर रहा है। पंजाब जैसी ज़मीन कहीं नहीं, यहां जैसा मौसम कहीं नहीं। यहां 24 घंटे, 12 महीने काम कर सकते हैं, चाहे गर्मी हो या सर्दी और अब फल और सब्जी मंडियों को आधुनिक बनाने की पहल बहुत सराहनीय है।
चेयरमैन कोसांब चौटाला ने कहा कि अनाज उत्पादन में हमेशा पंजाब और हरियाणा अग्रणी रहे हैं। जब भी खेती की बात आती है तो पंजाब और हरियाणा का नाम जरूर लिया जाता है। पंजाब के किसान आधुनिकीकरण को अपना रहे हैं और अब समय आ गया है कि फल और सब्जी मंडियों के आधुनिकीकरण के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। उन्होंने बताया कि हरियाणा में आधुनिक फल एवं सब्जी मंडी तैयार की जा रही है, जिसमें किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं की जा रही हैं।