हरियाणा में इसी साल अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में वोटर्स को रिझाने के लिए सूबे की BJP सरकार हर वर्ग के लिए राहत भरे फैसले ले रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने स्वतंत्रता सेनानियों और उनके आश्रितों के साथ ही आपातकाल पीड़ितों और मातृभाषा सत्याग्रहियों को मासिक पेंशन में अच्छी- खासी बढ़ोतरी का तोहफा दिया है.
सीएम नायब सैनी ने घोषणा करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों और उनके आश्रितों की पेंशन 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 40 हजार रुपये कर दी गई है, जबकि आपातकाल पीड़ितों और मातृभाषा सत्याग्रहियों की पेंशन बढ़ाकर 20 हजार रूपए कर दी गई है. हाल ही में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस फैसले पर मुहर लगाई गई है.
1 जुलाई से मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने बताया कि पेंशन बढ़ोतरी का लाभ 1 जुलाई से मिलेगा. उन्होंने बताया कि आपातकाल सेनानियों की पेंशन भी 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रूपए कर दी गई है. इन्हें भी एक जुलाई से इसका लाभ मिलेगा. यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने की थी घोषणा
अक्टूबर, 2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 1957 के हिंदी आंदोलन में भाग लेने वाले मातृभाषा सत्याग्रहियों और आपातकाल पीड़ितों की पेंशन राशि बढ़ाने की घोषणा की थी. जिसे अब नायब सैनी सरकार ने पूरा कर दिया है.
आपातकाल पीड़ितों को भी पेंशन देती है सरकार
साल 1957 में तत्कालीन पंजाब के हिंदी भाषी क्षेत्रों के कई लोगों ने अपनी मातृभाषा के सम्मान, प्रचार और क्रियान्वयन के लिए संघर्ष शुरू किया था, जिन्हें मातृभाषा सत्याग्रही के रूप में पहचान मिली. बता दें कि साल, 2017 में तत्कालीन सीएम मनोहर लाल ने राज्य के उन निवासियों को मासिक पेंशन देने का फैसला किया था जो जून 1975 से मार्च 1977 के बीच आपातकाल के दिनों में पीड़ित थे और जेल में गए थे.