जम्मू-कश्मीर(Jammu and Kashmir) के हर स्कूल(School) में अब सुबह-सुबह जन-गण-मन की गूंज सुनाई देगी। प्रदेश के शिक्षा विभाग (state education department)ने सभी स्कूलों को निर्देश(Instructions to schools) दिए हैं कि सुबह की प्रार्थना सभा में राष्ट्रगान जरूर करवाया जाए। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने एक परिपत्र के माध्यम से सभी स्कूलों को निर्देश भेज दिया है। इस सर्कुलर में कहा गया है कि सुबह की प्रार्थना सभा में राष्ट्रगान गाने से छात्रों में एकता और अनुशासन की भावना पैदा होती है। हालांकि देखा गया है कि केंद्र शासित प्रदेश के कई स्कूलों में इसका पालन नहीं किया जा रहा है।
इस सर्कुलर में यह भी सुझाव दिया गया है कि बच्चों में पर्यावरण, नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए कुछ अतिथि वक्ताओं को भी बुलाया जाए। सर्कुलर में कहा गया कि सुबह की सभा बच्चों को नैतिक समझ और मानसिक शांति का एक मंच हैं। इसलिए सुबह की सभा में अनिवार्य रूप से राष्ट्रगान को भी शामिल करने का निर्देश दिया जाता है।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म हुए पांच साल बीतने वाला है। घाटी में आतंकवाद की समस्या अभी पूरी तरह खत्म नहीं हो पाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएसए और अन्य अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। पीएम मोदी ने घाटी में आतंक विरोधी गतिविधियां तेज करने का निर्देश दिया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात की।
बता दें कि बीते कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। पिछले 72 ही घंटे में चार आतंकी हमले हो चुके हैं। कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने कहा था कि एलओसी के जरिए पाकिस्तान से लगभग 70 आतंकियों ने घुसपैठ की है। आतंकवादियों ने रियासी में श्रद्धालुओं की एक बस को निशाना बनाया था। इसमें 9 यात्रियों की मौत हो गई थी और कम से कम 33 लोग घायल हुए थे। इसके बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों का तलाशी अभियान शुरू किया था।
इसके बाद आतंकियों ने कठुआ और डोडा जिलों में चार जगह हमले किए। इसमें एक सीआरपीएफ का जवान भी शहीद हो गया। इसके अलावा सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। अधिकारियों ने राजौरी और जम्मू के लोगों को निर्देश दिया है कि अपना वाहन चालू करने से पहले ठीक से चेक जरूर कर लें। आतंकी इसके जरिए बम विस्फोट जैसी घटना को अंजाम देने के फिराक में हैं।