वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा पेश किये गए पंजाब के बजट 2024-25 को बहुत ही सकारात्मक और प्रगतिशील बताते हुये पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. बलबीर सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य और मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्रों के लिए बजट में की गयी वृद्धि का आवंटन न सिर्फ़ राज्य में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल सहूलतों को यकीनी बनाऐगी बल्कि डाक्टरों, नर्सों और मैडीकल स्टाफ की संख्या में भी विस्तार करेगी। वित्तीय साल 2024- 25 के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 5264 करोड़ रुपए और मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र के लिए 1133 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य में नये मैडीकल कालेज और सुपर-स्पैशलिटी अस्पतालों की स्थापना के इलावा स्वास्थ्य सहूलतों को मज़बूत करने के लिए भी अथक मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा कि केवल 23 महीनों में पंजाब सरकार ने राज्य में 829 आम आदमी क्लीनिक स्थापित किये हैं और कई अन्य बनाने की तैयारी है। उन्होंने आगे कहा कि इस क्रांतिकारी पहलकदमी को और मज़बूत करने के लिए वित्तीय साल 2024- 25 में 249 करोड़ रुपए रखे गए हैं।
ज़िक्रयोग्य है कि इन क्लीनिकों में 80 किस्मों की दवाएँ और 38 डायग्नौस्टिक लैब टैस्ट मुफ़्त किये जाते हैं। अब तक, 1 करोड़ से अधिक मरीज़ों ने इन क्लीनिकों से इलाज का लाभ लिया है और 31 लाख से अधिक डायग्नौस्टिक लैब टैस्ट करवाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने सड़क हादसों में ज़ख्मी होने वालों की मौत दर घटाने और उपलब्ध सरकारी/सूचीबध प्राईवेट अस्पतालों में तुरंत और निर्विघ्न इलाज की सुविधा देने के इरादे के साथ ‘फ़रिश्ते स्कीम’ शुरू की गई है।
इसके अलावा, आम लोगों को आगे आने और दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने और पीड़ितों की जानें बचाने के लिए उत्साहित करने के लिए ऐसे ‘‘फ़रिश्तों’’ को नकद इनाम, प्रशंसा पत्र और कानूनी उलझनों और अनावश्यक पुलिस पूछताछ से भी राहत दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “एक महीने से भी कम समय में, ‘ फ़रिश्ते स्कीम’ के अंतर्गत 574 सड़क दुर्घटनाएँ पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया और उनका मुफ़्त इलाज किया गया।’’ उन्होंने कहा कि सड़क हादसे के पीड़ितों को प्राथमिक सहायता देने और अस्पतालों तक पहुँचाने में भी सड़क सुरक्षा फोर्स ने अहम भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि लुधियाना, संगरूर और जालंधर समेत तीन ज़िला अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है, जबकि बाकी रहते 20 ज़िला अस्पतालों में धीरे-धीरे अलग-अलग बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने के लिए 150 करोड़ रुपए का प्रबंध किया गया है। इसके इलावा चीमा, कौहरियां, धूरी (संगरूर) और एस. ए. एस नगर (मोहाली) में ग्रामीण अस्पतालों और सब डिविज़नल अस्पतालों को मज़बूत करने का काम भी जारी है। ज़िक्रयोग्य है कि मसतूआना साहिब, संगरूर, कपूरथला, मलेरकोटला और होशियारपुर में 100-100 एमबीबीएस सीटों वाले मैडीकल कालेज का निर्माण भी वित्तीय साल 2024-25 में शुरू होने की आशा है।
गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने पहले ही अमृतसर के सरकारी मैडीकल कालेज में 114 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना की है और फाजिल्का में 45 करोड़ रुपए की लागत के साथ ट्रशरी कैंसर सैंटर का निर्माण किया गया है। एस. ए. एस. नगर (मोहाली) में पंजाब इंस्टीट्यूट आफ लीवर एंड बिलियरी सायंसज़ भी मुकम्मल हो गया है।