इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. दोनों तरफ मच रहे कत्लेआम की भयानक तस्वीरों से समाचार पत्र और टीवी न्यूज चैनल्स पटे पड़े हैं. हर तरफ से इस नरसंहार को रोकने की फरियाद लगाई जा रही है. भारत में भी यही देखने को मिल रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लगातार फिलिस्तीन के गाजा में मच रहे कत्लेआम को रोकने की बात कह रही हैं. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करके दोनों तरफ मचे नरसंहार को रोकने की बात कही है. उनका कहना है कि सीजफायर ही इस जंग का एकमात्र समाधान है, वरना कुछ नहीं बचेगा.
अपनी पोस्ट में प्रियंका ने कहा कि लगभग 10,000 लोग, जिनमें 5000 से ज्यादा बच्चे शामिल हैं, उनका नरसंहार किया गया है. ये बेहद शर्मनाक है. परिवार के परिवार खत्म कर दिए गए हैं. अस्पतालों और एंबुलेंस पर बमबारी की गई, शरणार्थी शिविरों को निशाना बनाया गया है और फिर भी ‘फ्री’ वर्ल्ड के तथाकथित नेता फिलिस्तीन में नरसंहार को समर्थन दे रहे हैं. युद्धविराम सबसे छोटा कदम है जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा तुरंत लागू किया जाना चाहिए वरना इसका कोई नैतिक अधिकार नहीं बचेगा.
पहले भी भड़की हैं प्रियंका
इससे पहले भारत के यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली में गाजा में शांति कायम करने पर हुई वोटिंग से दूर रहने पर भी प्रियंका ने नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि वो भारत के इस रवैये पर हैरान हैं. उनका मानना है कि वोटिंग से परहेज करना अहिंसा, न्याय और शांति के उन सिद्धांतों का खंडन है जिनकी भारत ने ऐतिहासिक रूप से वकालत की है. गाजा में मासूम बच्चों की मौत पर प्रिंयका ने दुख जाहिर किया था.
क्यों मच रही है तबाही?
हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर एक साथ 5000 रॉकेट दागे थे और हमला कर दिया था. इसके बाद से इजराइल ने गाजा में हमले शुरू कर दिए. हमास के हमले में इजराइल में 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई, जबकि कई घायल हुए. वहीं इजराइल के हमलों से गाजा में भारी तबाही मची है. कमोबेश 11 हजार लोगों की जान जा चुकी है. इसमें महिलाओं और बच्चों की संख्या बहुत ज्यादा है. इजराइल का कहना है कि जब तक वो हमास को खत्म नहीं कर देता, तब तक हमले रुकने वाले नहीं हैं.