महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर हिंसा बढ़ती जा रही है. महाराष्ट्र के कई इलाकों में आगजनी और तोड़फोड़ की खबरे आ रही हैं. आंदोलन के तेज होने के कारण कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है. मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन अब उग्र होता जा रहा है. इस बीच स्थिति से निपटने के लिए बुधवार की सुबह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक शुरू हो गई है. हालांकि इस बैठक में शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे को नहीं बुलाया गया है.
मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रदर्शनकारियों ने बुधवार सुबह दक्षिण मुंबई में महाराष्ट्र कैबिनेट के मंत्री हसन मुशरिफ की एसयूवी में तोड़फोड़ की. एक अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में मरीन ड्राइव थाने की पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है. मुशरिफ, उप मुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) गुट से संबंधित हैं. अधिकारी ने कहा कि सुबह करीब साढ़े सात बजे मराठा आरक्षण आंदोलन के दो कार्यकर्ताओं ने दक्षिण मुंबई में आकाशवाणी विधायक हॉस्टल के निकट खड़ी मंत्री की एसयूवी पर लाठी-डंडे से तोड़फोड़ की.
वहीं NCP पार्टी दफ्तर, बीड का नगरपालिका दफ्तर भी जलाया गया. कथित तौर पर दो युवक धाराशिव में 300 फीट ऊंचे मोबाइल टावर पर चढ़ गए और आरक्षण मिलने तक नीचे उतरने से इनकार कर रहे हैं. पुलिस मौके पर है और उनसे नीचे आने का अनुरोध कर रही है. इसके अलावा मराठा समाज के विधायक मंत्रालय के परिसर में आंदोलन कर रहे है. विधायकों की मांग है की एक दिन का विशेष सत्र बुलाकर मराठा आरक्षण पर निर्णय लिया जाए.
पुलिस ने इससे पहले बताया था कि 26 अक्टूबर को मुंबई के परेल इलाके में वकील गुणरत्न सदावर्ते की दो कारों में तोड़फोड़ की गई थी. सदावर्ते मराठा आरक्षण के मुखर विरोधी रहे हैं. बाद में वाहनों को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. मराठा आरक्षण की मांग को लेकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसक घटनाओं के बाद मुंबई पुलिस ने कैबिनेट मंत्रियों, अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं, राजनीतिक दलों के कार्यालयों और मुंबई में महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी है.