अयोध्या (Ayodhya) के धन्नीपुर (Dhannipur) में बनने वाली मस्जिद की इमारत (Mosque building) अब परंपरागत स्वरूप में पांच मीनारों के बीच गुम्बद (Dome between five minarets) के साथ तैयार होगी। मस्जिद का नाम पैगम्बर मोहम्मद साहब (Prophet Mohammad Saheb) के नाम पर मोहम्मद बिन अब्दुल्ला सल (Mohammad bin Abdullah Sall) रखा गया है।
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट (Indo Islamic Cultural Foundation Trust) के अध्यक्ष ज़ुफर फारूकी (Zufar Farooqui) ने मुम्बई में सभी मसलक के उलमा के साथ बैठक में मस्जिद का डिजाइन बदलने और मस्जिद का नाम पैगम्बर मोहम्मद साहब के नाम पर रखने का फैसला लिया। धन्नीपुर में प्रस्तावित मस्जिद का नक्शा परंपरागत स्वरूप से बिलकुल अलग दो मीनारों के साथ अंडाकार (ओवल शेप) तैयार किया गया था। मस्जिद की मीनारों को मॉडर्न लुक देने के लिए इसमे मेहराबों को शामिल नही किया गया था।
ज़ुफर फारूकी ने बताया कि आधुनिक स्वरूप में तैयार की गई मस्जिद की डिजाइन लोग स्वीकार नही कर पा रहे थे। उन्होंने बताया कि मस्जिद में एक साथ करीब 2000 लोग नमाज अदा कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मस्जिद का पैगम्बर मोहम्मद साहब के नाम पर होने से सभी को स्वीकार भी होगा। बैठक में महाराष्ट्र के मुफ़्ती ए आजम अजीजुर्रहमान और मुफ्ती हुजैफा मुख्य रूप से मौजूद रहे।