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भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार अवैध खनन के ख़ात्मे और लोगों को उचित दामों पर रेत उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्धः मीत हेयर

मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा अवैध खनन के मुकम्मल ख़ात्मे और राज्य के लोगों को उचित दाम पर रेत/बजरी उपलब्ध करवाने की वचनबद्धता के चलते जहाँ 5.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट के हिसाब से सार्वजनिक माइनिंग और कमर्शियल माइनिंग साइट चलाई जा रही हैं वहीं अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए विभाग के इन्फोर्समेंट विंग को मुस्तैद किया जा रहा है।

यह बात आज खनन और भू-विज्ञान मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने यहाँ पंजाब भवन में खनन और पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारियों के साथ मीटिंग के उपरांत कही। इससे पहले उन्होंने बीती शाम कमर्शियल माइनिंग साईटों से सम्बन्धित ठेकेदारों और क्रशर मालिकों के साथ भी मीटिंग करके निर्देश दिए।

मीत हेयर ने कहा कि ज़मीनी स्तर पर निगरानी के लिए खनन और पुलिस विभाग के फील्ड अधिकारियों की साझा समिति बनाकर निरंतर चैकिंग सुनिश्चित की जाये। खनन और पुलिस के अधिकारी इस संबंधी निरंतर अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजेंगे। खनन साइट वाले जिलों ख़ासकर सरहदी जिलों जहाँ अंतर्राष्ट्रीय सरहद लगती है, वहाँ अवैध खनन बर्दाश्त नहीं की जायेगी। पंजाब पुलिस द्वारा खनन विभाग के इन्फोर्समेंट विंग को अपने 50 कर्मी दिए गए हैं।

खनन मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशों पर विभाग द्वारा 5.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट के हिसाब से 55 सार्वजनिक माइनिंग साइट सफलतापूर्वक चलाने के बाद अब कमर्शियल माइनिंग साईटों को चलाने की पूरी तैयारी है। 40 कमर्शियल माइनिंग साइट कार्यशील अधीन हैं जिनमें से 19 को शुरू करने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है और बाकी भी जल्द कर ली जाएंगी। इन नये कमर्शियल माइनिंग कलस्टरों के चालू होने से लोग अपने घरों के नज़दीकी स्थानों से रेत/बजरी प्राप्त कर सकेंगे। सरकार द्वारा राज्य में 100 कमर्शियल कलस्टरों को चालू करने का लक्ष्य है। इस संबंधी बीती शाम ठेकेदारों के साथ मीटिंग करके स्पष्ट कह दिया गया कि लोगों को सस्ता रेत मिलना सुनिश्चित किया जाये। इस मामले में कोई भी लापरवाही और अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

मीटिंग में खनन और भू-विज्ञान विभाग के सचिव गुरकीरत किरपाल सिंह, डायरेक्टर डी.पी.एस. खरबन्दा और चीफ़ इंजीनियरिंग ड्रेनेज-कम-माईनज़ एंड जीओलॉजी एन.के.जैन और पंजाब पुलिस की ओर से विशेष डी.जी.पी. आंतरिक सुरक्षा आर.एन. ढोके, आई.जी.पी. हेडक्वार्टर सुखचैन सिंह गिल और डी.आई.जी. अमृतसर रणजीत सिंह ढिल्लों भी उपस्थित थे।