मुख्यमंत्री भगवंत मान के सपने अनुसार पंजाब को एक सुरक्षित राज्य बनाने के उद्देश्य के साथ एक और कार्यवाही करते हुये पंजाब पुलिस ने गुरूवार को राज्य भर के शहरों और कस्बों के बाहरवार स्थापित कॉलोनियों में घेराबन्दी और तलाशी अभ्यान ( सीएएसओ) चलाया। यह कार्यवाही डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर अमल में लाई गई।
यह ऑपरेशन राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में प्रातः काल 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक एक ही समय चलाया गया और सीपीज़/ऐसऐसपीज़ को पुलिस फोर्स की भारी तैनाती के बीच इस कार्यवाही को उचित ढंग के साथ योजना बनाकर पूरा करने के लिए कहा गया था।
इस सम्बन्धी जानकारी सांझा करते हुए विशेष पुलिस डायरैक्टर जनरल (विशेष डीजीपी) कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य आम लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करना और क्षेत्र में पुलिस की मौजूदगी को बढ़ाना था जिससे समाज में से असामाजिक तत्वों के ख़ौफ़ को घटाया जा सके।
उन्होंने बताया कि एसपी/डीएसपी रैंक के अधिकारियों का नेतृत्व में 2500 पुलिस मुलाजिमों की 250 से अधिक पुलिस टीमों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस टीमों ने शक्की व्यक्तियों की तलाशी लेने के इलावा किराये की रिहायश पर रह रहे किरायेदारों की जाँच (वैरीफिकेशन) संबंधी भी पूछताछ की।
स्पैशल डीजीपी ने बताया कि पुलिस टीमों ने ऑपरेशन के दौरान 5869 घरों की चैकिंग करने के लिए 866 से अधिक कॉलोनियों को घेरा डाला और 322 शक्की व्यक्तियों को काबू किया और जिनसे और पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने चार ऐफआईआरज़ दर्ज की हैं और 2.25 लाख रुपए की ड्रग मनी, 66.5 ग्राम हेरोइन और 11 मोबाइल फ़ोन भी बरामद किये हैं।
ज़िक्रयोग्य है कि ऐसे ऑपरेशन फील्ड में पुलिस की मौजूदगी को दिखाने और आम लोगों में पुलिस का भरोसा बढ़ाने में भी सहायक होते हैं।