मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज बठिंडा को ‘मॉडल जिले’ के तौर पर विकसित करने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराया।
आज यहाँ विधायकों और अधिकारियों के साथ मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये मुख्यमंत्री ने जिले में चल रहे अलग- अलग प्रोजेक्टों की प्रगति का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा कि जिले को अत्याधुनिक सहूलतों के साथ लैस किया जायेगा जिससे लोगों को इसका लाभ दिया जा सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मालवे के केंद्र के तौर पर जाने जाते इस जिले को आने वाले महीनों में मुकम्मल रूप दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आवारा पशुओं की समस्या को हल करने के उद्देश्य के साथ राज्य सरकार द्वारा जल्द ही बठिंडा जिले में पायलट प्रोजैक्ट शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह लोगों के लिए बड़ी राहत होगी क्योंकि इससे कीमती मानवीय जानें बचाने में मदद मिलेगी। भगवंत मान ने कहा कि आवारा पशुओं के कारण सडक़ हादसे घटते हैं जिससे लोगों की जान को ख़तरा बना हुआ है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गुरू नानक देव थर्मल प्लांट की लगभग 1000 एकड़ ज़मीन जहाँ खाली जगह पर राख डम्प की गई थी, को इलाके के लोगों के हित में इस्तेमाल करने की ज़रूरत है। भगवंत मान ने आवास निर्माण और शहरी विकास और उद्योग विभागों को कहा कि वह सांझे तौर पर व्यापक सार्वजनिक हितों में इस ज़मीन का उचित प्रयोग करने के लिए एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण ज़मीन राज्य की संपत्ति है और इसका प्रयोग ऐसे ढंग से किया जाना चाहिए कि यह राज्य और ख़ास तौर पर बठिंडा जिले के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा दे। उन्होंने कहा कि इन विभागों द्वारा तैयार की जाने वाली रूप-रेखा में इस ज़मीन के योग्य प्रयोग के पहलूओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए। भगवंत मान ने कहा कि बठिंडा, राज्य का एक प्रमुख शहर है और यह ज़मीन एक तरफ़ शहर के विकास में तेज़ी लाने और दूसरी तरफ़ लोगों की ज़रूरतों पूरी करने के लिए बहुत कारगर साबित हो सकती है।