पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने मुज़फ्फरनगर मामले में योगी आदित्यनाथ की सरकार के बड़े एक्शन का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि मुज़फ्फरनगर के स्कूल में हुई छात्र की पिटाई मामले में मुख्यमंत्री ने पसमांदा मुस्लिम समाज की अधिकतर मांगों को स्वीकार कर के प्रदेश के मुसलमानों को एक सन्देश दिया है कि सरकार वास्तव में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास नारे को सार्थक कर रही है।
अनीस मंसूरी ने कहा कि मुज़फ्फरनगर के उस स्कूल की मान्यता इतनी जल्दी रद्द होगी यह और भी जनता में विश्वास पैदा करने वाली बात है। उन्होंने इस बात पर दुःख जताया कि समलैंगिकता और यूसीसी जैसे गैर शरई मामले में आये दिन अपनी राय देने वाला ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इस गंभीर और संवेदनशील मामले में पांच दिन बाद बीत जाने के बाद भी खामोश बैठा है। उन्होंने कहा कि इन सब बातों ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की पोल खोल दी है। देश के आम मुसलमानों का इस बोर्ड से विश्वास उठ गया है।