उतर प्रदेश के बरेली शहर के अगस्त मुनि आश्रम के महंत केके शंखधार 2013 से अब तक 79 मुस्लिम लड़कियों की हिंदू लड़कों से शादी करा चुके हैं. उन्होंने कहा कि वह 2013 से आश्रम में रहकर पूजा-पाठ करते हैं और उनके पास मुस्लिम लड़कियां अपना धर्म बदल कर आती है और वह हिंदू लड़कों से शादी करती हैं. अभी तक वे 79 लड़कियों की शादी करा चुके हैं.
उन्होंने कहा कि जो मुस्लिम लड़की हिंदू लड़कों से शादी करने आती हैं वह अपने नाम बदलकर टिकट लेकर आती हैं तभी वह उनसे शादी कराते हैं और हवन पूजा करके शुद्धिकरण कराते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम लड़कियां आकर बताती हैं कि उनके धर्म में तीन तलाक की प्रथा है और इसी से परेशान होकर हिंदू लड़कों की तरफ उनकी रूचि बढ़ रही है.
उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम लड़कियों की शादी कराने से कुछ कट्टरपंथी लोग उनसे नाराज हैं और एक आतंकी संगठन ने उनके मोबाइल पर एसएमएस करके जान से मारने की धमकी भी दी है. कहा है कि हम तेरी गर्दन काट देंगे. पंडित केके शंखधार धमकी के बाद डरे हुए हैं उन्होंने कहा कि मैं अपने घर में ताला बंद करके ही रहता हूं. उनका पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है.
घर के अंदर ताले में बैठने को मजबूर हुए पंडित
इस धमकी के बाद उन्होंने कई बार बरेली के एसएसपी से भी सुरक्षा की गुहार लगाई है और असलहा का लाइसेंस लेने के लिए भी प्रार्थना पत्र दिया है, लेकिन अभी तक उन्हें ना ही सुरक्षा मिली है ना ही लाइसेंस मिला है. उन्होंने कहा कि अब हमारा पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है. घर से निकलने में भी डरते हैं.
जब कई बार घर की बेल बजाई तो काफी देर बाद वह अपने घर से बाहर निकल कर आए और पूरी जांच पड़ताल करने के बाद ही उन्होंने घर में अंदर प्रवेश दिया. उन्होंने बताया कि उन्हें कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. जिसके बाद वो अब हर व्यक्ति के लिए एकदम दरवाजा नहीं खोलते हैं. उसकी पूरी पहचान कर लेते हैं उसके बाद ही दरवाजे को खोलते हैं.
परिवार नहीं करा रहा था शादी, तो भागकर कर ली
दरअसल बदायूं के मुस्लिम युवती रोशनी और हिंदू युवक शिवम ने अगस्त मुनि आश्रम में हिंदू रीति-रिवाज से शादी की थी. ये शादी केके शंखधार ने ही कराई थी. जिसके बाद से पंडित केक शंखधार को लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही है.
पंडित के केके शंखधारका पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है
वहीं पंडित केके शंखधार का पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है और वह अपने घर में भी दरवाजे में ताला डालकर रहते हैं. अगर कोई बाहर का व्यक्ति आता है तो वह दरवाजा भी नहीं खोलते हैं. उस व्यक्ति की पूरी पहचान लेने के बाद ही दरवाजा खोलते हैं. पंडित केके शंखधार ने कहा है कि उन्होंने कई बार पुलिस से सुरक्षा की गुहार भी लगाई है और अपने लिए शस्त्र लाइसेंस के लिए भी मांग की है, लेकिन अभी तक ना ही सुरक्षा मिली है ना ही शस्त्र लाइसेंस मिला है उनकी किसी भी समय हत्या हो सकती है.