केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री (Union Law and Justice Minister) किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने मणिपुर की हिंसा को लेकर (Regarding Manipur Violence) कहा है कि भारत सरकार (Government of India) की तरफ से सभी जरूरी कदम (All Necessary Steps) उठाए जा रहे हैं (Is Taking) । इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्वयं निगरानी कर रहे हैं।
मणिपुर के हालात को लेकर दिल्ली में मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मणिपुर में दुर्भाग्य से जो हिंसा हुई है उसे लेकर जो भी कदम उठाने चाहिए वो भारत सरकार, खासतौर से केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा उठाए जा रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह स्वयं हालात की निगरानी कर रहे हैं और जो भी जरूरी है वह तमाम कदम भी उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास भी नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य लोगों के फोन आ रहे हैं। जो भी संभव कदम उठाने चाहिए, वो सब भारत सरकार की तरफ से उठाए जा रहे हैं।
मणिपुर के लोगों से शांति की अपील करते हुए रिजिजू ने कहा कि दो समुदाय के बीच जब इस तरह की घटनाएं होती हैं तो यह बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण होता है। इस हिंसा में कई जानें गईं है, नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि हम सब भाई-भाई हैं, एक ही देश के है। मणिपुर के चाहे मैतेई हो या चाहे कुकी हो, ये सब एक ही राज्य के तो हैं इसलिए सबको मिलजुलकर रहना चाहिए और गलतफहमी को बातचीत करके सुलझाया जा सकता है।
राज्य के लोगों से विकास के लिए शांति की अपील करते हुए केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नॉर्थ ईस्ट विकास के मामले में बहुत आगे बढ़ चुका है अब इसको हिंसा से नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा नॉर्थ ईस्ट बहुत खूबसूरत है, हमारा मणिपुर भी बहुत खूबसूरत राज्य है, लेकिन इस खूबसूरत नॉर्थ ईस्ट को और तेजी से आगे ले जाने के लिए शांति चाहिए। इसलिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के गाइडेंस में शांति बहाल करने के लिए जो फोर्स तैनात की गई है या जो अन्य कदम उठाए जा रहे हैं, सबको इसका समर्थन करना चाहिए।