दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 16 फरवरी को दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थाई समिति के सदस्यों के चुनाव कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बता दें, पिछले तीन बार से एमसीडी मेयर का चुनाव नहीं हो पा रहा है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने एमसीडी के सदन की 13 या 14 फरवरी को बैठक बुलाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन 13 फरवरी को इसी मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है, जिसको देखकर दिल्ली सरकार और एमसीडी 16 फरवरी को चौथी बार मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी चुनाव कराने पर सहमत हुए और इस प्रस्ताव को उपराज्यपाल के पास भेज दिया था। अब इस प्रस्ताव को उपराज्यपाल ने मंजूरी दे दी है।
बता दें कि एमसीडी सदन अब तक तीन बार मेयर का चुनाव करने में विफल रहा है। जब-जब मेयर के चुनाव के लिए सदन की बैठक बुलाई जाती है, तब-तब हंगामा होता है और कार्यवाही को स्थगित कर दिया जाता है। मेयर के चुनाव के लिए सदन की पिछली बैठक छह फरवरी को हुई थी और मनोनीत पार्षदों को मताधिकार देने को लेकर हुए हंगामे के बाद कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया था। आम आदमी पार्टी ने प्रक्रिया को रोकने के लिए बीजेपी पर साजिश रचने का आरोप लगाया है।
इससे पहले छह जनवरी को और फिर 24 जनवरी को सदन की बैठक को हंगामे के बाद स्थगित कर दिया गया था। आम आदमी पार्टी ने अदालत की निगरानी में चुनाव कराने के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख किया था। राष्ट्रीय राजधानी में एमसीडी का चुनाव पिछले साल चार दिसंबर को हुआ था और सात दिसंबर को नतीजे आए थे। आम आदमी पार्टी ने 250 में से 134 वार्ड पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी को 104 सीट मिली थीं।