भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर पर प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के चलते गाज गिरी है। इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (ITA) दीपा पर पाबंदी लगाई है। इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (ITA) ने भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर को प्रतिबंधित पदार्थ हाइजेनामाइन के लिए पॉजिटिव परीक्षण के बाद 21 महीने के लिए प्रतिबंधित किया है जो 10 जुलाई 2023 तक प्रभावी रहेगा।
दीपा 2016 के रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करके चौथे स्थान पर रहीं थी। उन्होंने हाल ही में उन्होंने बाकू में एफआईजी विश्व कप में भाग लिया, जहां उन्होंने वॉल्ट फाइनल में प्रवेश किया, लेकिन बैलेंस्ड बीम इवेंट में टॉप आठ में जगह बनाने में असफल रहीं।
करमाकर के सैंपल में हिजेनामाइन की मात्रा पाई गई है जो वाडा के अनुसार एक बैन पदार्थ है। यूएस एंटी-डोपिंग एजेंसी (USADA) के अनुसार, हिजेनामाइन में एड्रीनर्जिक रिसेप्टर गतिविधि होती है, जिसका मतलब है कि यह एक सामान्य उत्तेजक के रूप में काम कर सकता है। ये सैंपल 11 अक्टूबर 2021 को लिया गया था और तभी ये एथलीट को अयोग्य माना जाएगा। ये मामला एफआईजी एंटी-डोपिंग नियम आर्टिकल 10.8.2 के अनुसार समाधान समझौते के माध्यम से हल किया गया था।
हिजेनामाइन को WADA की 2017 में प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में जोड़ा गया था। इसको अस्थमा में राहत देने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ऐसी कई दवाएं हैं जो किसी बीमारी में इस्तेमाल हो सकती हैं पर वाडा ने उनको बैन लिस्ट में डाला हुआ है। जैसे हिजेनामाइन कार्डियोटोनिक भी हो सकता है, जिसका मतलब है कि ये कार्डियक आउटपुट बढ़ा सकता है। दिल की परफॉरमेंस तुरंत सुधरने का मतलब है एथलीट को इवेंट में ऐज मिलना।
प्रतिबंध का मतलब है कि 29 वर्षीय दीपा सभी चार अपार्ट्स वर्ल्ड कप टूर्नामेंट सीरीज (कॉट्टबस, दोहा, बाकू और काहिरा) के साथ-साथ छह विश्व चैलेंज कप सीरीज में से कम से कम तीन को मिस करेंगी।