अडानी ग्रुप पर (On Adani Group) हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर (About Hindenburg’s Report) कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी दलों के हंगामे के बीच (Amid Uproar by Congress led Opposition Parties) गुरुवार को (On Thursday) संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही (Proceedings of Both Houses of Parliament) 3 फरवरी 11:00 बजे तक के लिए (Till February 3 11am) स्थगित कर दी गई (Adjourned) । जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए।
स्पीकर ओम बिड़ला ने जैसे ही जाम्बिया के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और प्रश्नकाल शुरू किया, तभी हंगामा शुरू हो गया। इससे पहले बिड़ला ने शोर-शराबे वाले दृश्यों पर आपत्ति जताई और सदस्यों से निराधार दावे नहीं करने को कहा। नारेबाजी जारी रहने पर उन्होंने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी । इसी मुद्दे पर विपक्षी दलों के विरोध के चलते राज्यसभा भी स्थगित कर दी गई थी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा एलआईसी और एसबीआई सहित अन्य सरकारी संस्थानों में जो लोगों का पैसा है उसकी जांच होनी चाहिए और इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट जनता के सामने रखी जाए। हमने तय किया कि सदन में इस पर चर्चा करेंगे कि जिनका पैसा एलआईसी में है या अन्य संस्थानों में है वो कैसे बर्बाद हो रहा है। लोगों का पैसा चंद कंपनियों को दिया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट आने से कंपनी के शेयर्स गिर गए हैं।
अमेरिका की एक शोध फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। विपक्षी दल अदाणी मुद्दे, सीमा पर चीनी अतिक्रमण और राज्यों में राज्यपालों की भूमिका पर चर्चा की मांग कर रहे हैं।