राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने श्रीनगर के लाल चौक पर (At Lal Chowk, Srinagar) रविवार दोपहर (On Sunday Afternoon) तिरंगा फहराया (Hoisted Tiranga) । राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के सुबह के चरण के बाद दोपहर 12 बजे लाल चौक पहुंचे। उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी और कई सीनियर कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। लाल चौक पर तिरंगा फहराने से पहले कांग्रेस नेताओं ने वंदे मातरम् गाया और फिर राहुल गांधी ने यहां तिरंगा फहराया । लाल चौक पर तिरंगा फहराने के बाद राहुल गांधी यहां से तुरंत निकल गए। हालांकि यहां मौजूद कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने इसके बाद जमकर जश्न मनाया ।
इससे पहले लाल चौक पर ध्वजारोहण की जानकारी कांग्रेस पार्टी ने खुद ट्वीट कर दी थी। कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर बताया था, “एक पदयात्रा…कन्याकुमारी से कश्मीर तक, नफरत को हराकर – दिलों को जोड़ने के लिए… असंभव सी लगने वाली भारत जोड़ो यात्रा इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुकी है…जो आज पन्था चौक से सोनवार चौक तक जाएगी और लाल चौक पर गर्व से तिरंगा फहराएगी। यात्रा जारी है और जय हिंद सब पर भारी है।”
लाल चौक पर मौजूद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जब समाज में नफरत बढ़ रही थी तो राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा शुरू की। नफरत छोड़ो भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से वे एक संदेश देना चाहते थे कि देश की अखंडता से जो भी खिलवाड़ करेगा कांग्रेस पार्टी उसको सहन नहीं करेगी।
इस दौरान हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज देश ने एक भावना दिखाई है कि देश एक है। धर्म, जाति, भाषा सबसे ऊपर उठकर देश एक है। भारत जोड़ो यानि कि नफरत को प्यार से जोड़ो, किसान को सम्मान से एमएसपी गारंटी से जोड़ो, कर्मचारी को ओल्ड पेंशन स्कीम से जोड़ो…ये हमारा नारा है।
आज से 31 साल पहले मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी ने 26 जनवरी 1992 को लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। साल 1992 में नरेंद्र मोदी बीजेपी के सीनियर नेता मुरली मनोहर जोशी की टीम का हिस्सा थे। मुरली मनोहर जोशी के साथ तब नरेंद्र मोदी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। तब बीजेपी के तिरंगा फहराने के ऐलान के बाद पूरी कश्मीर घाटी में तनावपू्र्ण स्थिति पैदा हो गई थी।
तब अलगाववादियों की तरफ से ऐलान किया गया था कि वो ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। भाजपा की इस यात्रा के पूरी होने से पहले ही आतंकवादियों ने पुलिस मुख्यालय पर ग्रेनेड अटैक किया था। इस अटैक में तब के पुलिस महानिदेशक जेएन सक्सेना घायल हो गए थे। कहा जाता है कि जब मुरली मनोहर जोशी, नरेंद्र मोदी और उनकी टीम ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था तब आतंकियों ने हरकत करने की भरपूर कोशिश की थी, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए थे।