अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया में कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया कि सबकुछ अस्तव्यस्त कर डाला है. दो लाख से ज्यादा घरों से बिजली गायब है, जबकि दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. कैलिफोर्निया के कुछ क्षेत्रों में हालात इतने खराब हैं कि वहा राहत एवं बचाव कार्य की भी अनुमति नहीं दी गई है. कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं. फ्लैश फ्लड के कारण हाईवे क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जहां-तहां पेड़ उखड़ने से हालात और भी गंभीर हो गए हैं. यातायात व्यवस्था भी बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कैलिफोर्निया में आई प्राकृतिक आपदा में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, दर्जनों घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा है. आंधी-तूफान के साथ हुई मूसलाधार बारिश से व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचा है. कई क्षेत्रों में स्थानीय के साथ ही हाईवे भी पानी में डूब गए हैं. जगह-जगह पेड़ उखड़ने से घरों के साथ ही सड़क को भी नुकसान पहुंचा है. यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए लगातार राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है.
मौसम विभाग ने उत्तरी कैलिफोर्निया में अभी और बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है. ऐसे में हालात के और खराब होने की आशंका है. चट्टानों के गिरने और भू-स्खलन से हालात और भी खराब हो गए हैं. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि कुछ इलाकों में तो राहत एवं बचाव अभियान चलाने की भी अनुमति नहीं दी गई है. इन क्षेत्रों में स्थिति काफी भयावह है. ऐसे में इन क्षेत्रों के लोगों को बचाव कार्य के लिए फिलहाल इंतजार करना होगा. नदियों में उफान कम होने के बाद ही रेस्क्यू वर्क चलाना संभव हो सकेगा.
अमेरिका के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में से एक कैलिफोर्निया इन दिनों बर्फीले तूफान के थपेड़ों से जूझ रहा है. इसे देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने राज्य भर में आपातकाल की घोषणा की है. व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के अनुसार, बाइडेन ने इस गंभीर बर्फीले तूफान, बाढ़ और भूस्खलन से पैदा हुई आपातकालीन स्थितियों के कारण कैलिफोर्निया के लिए केंद्रीय सहायता का आदेश दिया है. यह आपातकालीन घोषणा होमलैंड सिक्योरिटी और फेडरल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी को सभी आपदा राहत प्रयासों के समन्वय के लिए अधिकृत करेगी.