चीन में कोविड-19 के मामले बढ़ने के बाद केंद्र ने मंगलवार को सभी राज्यों से नए वेरिएंट का पता के लिए पॉजिटिव मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग तैयार करने को कहा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है, “जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में अचानक मामलों में आई तेजी को देखते हुए पूरी तरह से कमर कसना जरूरी है। इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकॉग) नेटवर्क के माध्यम से वेरिएंट को ट्रैक करने के लिए पॉजिटिव केस सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग तैयार कराई जाए।”
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र में कहा है कि इस तरह की कवायद देश में कोविड के नए वेरिएंट का समय पर पता लगाने में सक्षम होगी और इससे आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करने में आसानी होगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को बताया है, “इस संदर्भ में सभी राज्यों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया जाता है कि जहां तक संभव हो, सभी पॉजिटिव मामलों के नमूने, रोजाना आधार पर नामित इंसाकॉग जीनोम सीक्वेंसिंग लेबोरेटरीज को भेजे जाएं, जो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए मैप किए गए हैं।”
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जून, 2022 में जारी किए गए कोविड-19 के संदर्भ में संशोधित निगरानी रणनीति के लिए परिचालन दिशानिर्देश में प्रकोपों का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए संदिग्ध और पुष्ट मामलों का शीघ्र पता लगाने, आइसोलेशन, परीक्षण और समय पर प्रबंधन का आह्वान किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण की पांच गुना रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने और कोविड उपयुक्त व्यवहार के पालन के साथ कोविड-19 वायरस के संचरण को प्रतिबंधित करने में सक्षम रहा है और साप्ताहिक आधार पर लगभग 1200 मामले सामने आ रहे हैं। कोविड-19 की चुनौती अभी भी दुनियाभर में बनी हुई है, जहां हर हफ्ते लगभग 35 लाख मामले सामने आते हैं।
पत्र में आगे कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा की जा रही लगातार कड़ी मेहनत की सराहना करता है और इस संबंध में सभी राज्यों को आवश्यक सहयोग देना जारी रखेगा।