दक्षिण के कुछ राज्यों में एक बार फिर चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है. बंगाल की खाड़ी से उठ रहे इस चक्रवात का नाम मेंडोस है. इसके कारण पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में मौसम संबंधी हाईअलर्ट जारी किया गया है. कहा जा रहा है कि इस चक्रवात के कारण तीनों राज्यों में तेज बारिश के साथ ही तूफानी हवाएं भी चल सकती हैं. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में दबाव का क्षेत्र बन रहा है. यह चेन्नई से करीब 900 किमी दक्षिण पूर्व में बन रहा है. इसे देखते हुए तीनों राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया है.
जानकारी के अनुसार चक्रवात के कारण किसी भी अप्रिय घटना से निपटने और लोगों की मदद के लिए एनडीआरएफ की टीमों, सेना और नौसेना को अलर्ट पर रखा गया है. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दबाव का क्षेत्र 6 दिसंबर को रात 11.30 बजे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में था. मंगलवार रात को यह कराईकल से 840 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व और चेन्नई से 900 किमी दक्षिण पूर्व में मौजूद था.
शाम तक चक्रवात में बदल जाएगा दबाव क्षेत्र
मौसम विभाग ने जानकारी दी है बुधवार शाम तक दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में चक्रवात में तब्दील हो जाएगा. इसके बाद यह तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों से टकराएगा. कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (NCMC) की बैठक में बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवाती तूफान से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की गई थी. इस चक्रवात से देश के पूर्व तटीय हिस्से के प्रभावित होने की संभावना जताई गई है.
एनडीआरएफ ने तमिलनाडु के लिए पांच और पुडुचेरी के लिए तीन टीम उपलब्ध कराई है. बयान के अनुसार, एनसीएमसी ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले संभावित चक्रवाती तूफान पर केन्द्रीय मंत्रालयों, एजेंसियों और राज्यों तथा संघ शासित प्रदेशों की सरकारों की तैयारियों की समीक्षा की. भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक ने एनसीएमसी को मौसम के मौजूदा हाल के बारे में बताया और कहा कि उसके पश्चिम-उत्तर/पश्चिम की ओर बढ़ने और शाम तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बनाने की संभावना है.
एनडीआरएफ की टीमें सतर्क
बयान के अनुसार, शाम के बाद उसके पश्चिम-उत्तर/पश्चिम की ओर बढ़ते रहने और ज्यादा मजबूत होने के साथ ही बुधवार को चक्रवाती तूफान का रूप लेने और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में पहुंचने की संभावना है. इसके 8 दिसंबर को उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश तक पहुंचने की संभावना है. आगे भी यह पश्चिम-उत्तर/पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा और अगले 48 घंटों में उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तथा दक्षिण आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ेगा.
आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के मुख्य सचिवों और पुडुचेरी के वरिष्ठ अधिकारियों ने एनसीएमसी को चक्रवाती तूफान से निपटने और इस दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों के बारे में बताया. बयान के अनुसार, एनडीआरएफ ने राज्यों के अनुरोध के अनुरुप तमिलनाडु के लिए पांच टीम और पुडुचेरी के लिए तीन टीम उपलब्ध करायी है. बयान में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश के लिए भी टीम तैयार रखी गई है और मांग होते ही उसे उपलब्ध करा दी जाएगी.