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नमामी गंगे योजना के तहत सहारनपुर में हिंडन और काली नदी में नालों के प्रदूषित पानी को शोधित करने के लिए देवबंद में दो स्थानों पर लगेंगे एसटीपी प्लांट

रिपोर्ट:- गौरव सिंघल,विशेष संवाददाता, दैनिक संवाद, सहारनपुर मंडल,उप्र:।।

सहारनपुर/देवबंद (दैनिक संवाद न्यूज)। 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुपालन में प्रशासन एवं प्रदूषण विभाग जिले की नदियों हिंडन, काली नदी और पांवधोई नदी में घरों और सीवरों, नाले-नालियों के गंदे पानी को उनमें गिरने से रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह के निर्देश पर सीडीओ विजय कुमार, जल निगम के परियोजना प्रबंधक, एसडीएम देवबंद संजीव कुमार की टीम ने देवबंद में कुटी रोड़ स्थित बड़े नाले के पानी को साफ करने के लिए उस स्थान पर 10 एमएलडी यानि दस मिलियन लीटर की क्षमता का एसटीपी प्लांट लगाया जाएगा।
इस टीम द्वारा चयनित की गई साढ़े चौदह बीघा जमीन का निरीक्षण जिलाधिकारी अखिलेश सिंह द्वारा भी किया गया है। इस नाले का गंदा पानी काली नदी में गिरता है और काली नदी मेरठ के सरधना क्षेत्र के गांव पिठलोकर में हिंडन नदी में गिरती है। इसी तरह देवबंद में त्रिवेणी चीनी मिल के पानी को काली नदी में गिरने से पहले ही गांव बधाईखुर्द में करीब एक हेक्टेयर भूमि का चयन किया गया है जहां पर सात मीट्रिक लीटर प्रतिदिन की क्षमता के जल शोधन का एसटीपी प्लांट लगाया जाएगा। सीडीओ विजय कुमार ने आज बताया कि पांवधोई नदी और सहारनपुर में धमोला नदी में गिरने वाले सहारनपुर नगर के प्रदूषित जल को साफ करने के लिए नगर निगम 135 एमएलडी का एसटीपी प्लांट लगाएगी। अभी नगर निगम क्षेत्र में केवल 38 एमएलडी का एसटीपी प्लांट कार्यरत है। सीडीओ विजय कुमार ने बताया कि दोनों प्रस्तावित एसटीपी प्लांट के प्रस्ताव शासन की स्वीकृति के लिए भेजे गए हैं। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद उन पर तेजी से काम किया जाएगा।