श्रद्धा मर्डर केस में जांच में जुटी दिल्ली पुलिस को बड़ी जानकारी हाथ लगी है. बताया जा रहा है कि आफताब ने पूछताछ में पुलिस को वह जगह बता दी है, जहां उसने श्रद्धा की हत्या में इस्तेमाल हथियार फेंके थे. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में आफताब ने बताया कि उसने श्रद्धा मर्डर में इस्तमाल आरी और ब्लेड को गुरुग्राम की DLF फेज 3 की झाड़ियो में फेंका है. वहीं, चापड़ उसने महरौली के 100 फीट रोड स्थित कूड़ेदान में फेंक दिया था. दिल्ली पुलिस की टीम 2 बार गुरुग्राम में उन झाड़ियो की जांच कर चुकी है. 18 नवंबर को यहां जांच के बाद दिल्ली पुलिस की टीम गुरुग्राम की झाड़ियो से कुछ सबूत लेकर निकली थी, जिसे CFSL जांच के लिए भेजा गया है. इसके बाद 19 नवंबर की जांच में दिल्ली पुलिस मेटल डिटेक्टर के साथ गुरुग्राम गई थी, लेकिन उस दिन दिल्ली पुलिस खाली हाथ ही वापस लौटी.
दिल्ली पुलिस को महरौली के जंगलों से एक जबड़ा और कुछ हड्डियां भी मिली हैं. दिल्ली पुलिस इसे लेकर एक डेंटिस्ट के पास पहुंची है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह जबड़ा श्रद्धा का ही है, या नहीं. डेंटिस्ट इस जबड़े की जांच में जुट गए हैं. उधर, दिल्ली पुलिस मैदानगढ़ी के उस तालाब को भी खाली कराने में जुटी है, जहां पूछताछ में आफताब ने श्रद्धा का सिर और शरीर के कुछ हिस्से फेंकने की बात कुबूली थी.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, डेंटिस्ट ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस उनके पास जबड़े की फोटो लेकर पहुंची थी. डेंटिस्ट ने पुलिस से श्रद्धा के उस एक्स-रे को लाने के लिए कहा है, जब उसने मुंबई बेस्ड डॉक्टर के पास रूट कनाल कराया था. डेंटिस्ट का कहना है कि बिना एक्स-रे के पहचान कर पाना मुश्किल है.
दिल्ली पुलिस को कोर्ट से आरोपी आफताब के पॉलीग्रॉफ टेस्ट की इजाजत मिल गई है. माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस आफताब की कस्टडी बढ़ाने की मांग करेगी, जो मंगलवार को खत्म हो रही है. दरअसल, अभी तक पुलिस को हत्या में इस्तेमाल हथियार, श्रद्धा के शव के बाकी टुकड़े जैसे अहम सबूत नहीं मिले हैं. दिल्ली के कई इलाकों में सर्च जारी है. मैदानगढ़ी का तालाब भी खाली कराया जा रहा है. हालांकि, पुलिस को सोमवार को तालाब खाली कराना बंद करना पड़ा. दरअसल, इसमें सीवर का पानी गिर रहा है. पुलिस ने रविवार को 1 लाख लीटर पानी खाली कराया था.
लेकिन सीवर से पानी आने के चलते तालाब फिर से उतना ही भर गया. ऐसे में पुलिस गोताखोरों की मदद लेने पर विचार कर रही है. हालांकि, यह भी उतना आसान नहीं है, क्योंकि तालाब में काफी मलबा भी है. आफताब का सोमवार को नार्को टेस्ट नहीं हो पाया. दरअसल, नार्को टेस्ट से पहले आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट होना है. इससे पहले कोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस को 5 दिन में आफताब का नार्को टेस्ट कराने का आदेश दिया था. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कोर्ट से आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत मांगी. बताया जा रहा है कि आफताब ने भी अपनी सहमति दे दी है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 11 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. इनमें से दो लोग ऐसे हैं, जिन्होंने 2020 में आफताब द्वारा मारपीट करने के बाद श्रद्धा की मदद की थी.