इस बार टी20 विश्वकप से इंवेट ब्राडकास्टर और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स को अच्छा रेवेन्यू बनने की आशा है, क्योंकि भारत ने अच्छा प्रदर्शन किया है. भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने के चलते विज्ञापनदाता भी खुश हैं. पिछले विश्वकप में विज्ञापनदाताओं का रुझान काफी कम था, क्योंकि भारत पहले ही राउंड में बाहर हो गया था.
मार्केटर्स का कहना है कि सेमीफाइनल के लिए विज्ञापन की कीमतें अधिक होंगी, क्योंकि भारत ने लंबे समय के बाद क्वालीफाई किया है. एनवी कैपिटल के को-फाउंडर नितिन मेनन ने कहा, “टीवी विज्ञापन दरें 15-18 लाख रुपये प्रति 10 सेकंड हैं और डिज्नी + हॉटस्टार पर विज्ञापन दरें 850 रुपये सीपीएम (लागत प्रति मिले/हजार इंप्रेशन) तक जा सकती हैं.”
ब्लिंक डिजिटल के मीडिया प्रमुख सूरज कर्वी ने कहा कि भारत के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने से पहले ही विज्ञापनदाता उत्साहित थे. उन्होंने कहा, ‘हमारे कुछ क्लाइंट्स ने टी20 वर्ल्ड कप में भी निवेश किया है. भारत के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने के साथ, विज्ञापनदाताओं में टूर्नामेंट के लिए बड़ी संख्या में दर्शकों की उम्मीद बढ़ गई है.”
23 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान मैच ने टूर्नामेंट के स्ट्रीमिंग पार्टनर डिज्नी+हॉटस्टार पर 1.8 करोड़ दर्शकों की सर्वाधिक संख्या दर्ज की. कर्वी ने कहा, “भारत बनाम पाकिस्तान मैच के दौरान रोमांचक अंत से दर्शकों की भावनाओं को जगा दिया है. इसी के चलते सेमीफाइनल में दर्शकों की संख्या और अधिक होगी, लेकिन उतनी नहीं, जितनी कि भारत बनाम पाकिस्तान के मैच में थी.”
विज्ञापनों से होगी ज्यादा आय
एक विश्लेषक ने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान फाइनल में पहुंचते हैं, तो दर्शकों की संख्या बहुत अधिक हो सकती है. डिजिटल विज्ञापन एजेंसी व्हाइट रिवर मीडिया के सह-संस्थापक और CCO, मितेश कोठारी ने कहा, “भारत में प्रशंसक सेमीफाइनल में टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए कमर कस रहे हैं. इस उत्साहित भावना से ब्रांड के प्रदर्शन और दर्शकों की संख्या पर असर पड़ने की उम्मीद है.”
ऑस्ट्रेलिया में हो रहे इस टी20 विश्वकप के आधिकारिक प्रसारक डिज़्नी स्टार को अब विज्ञापनों से अधिक कमाई होने का अनुमान है. यह अनुमान टूर्नामेंट के शुरू में काफी कम था.
एक विश्लेषक ने कहा कि फिनटेक और एडटेक (Fintech and Edtech) श्रेणी में विज्ञापनों की कमी के चलते पहले इस तरह की उम्मीद नहीं थी. विज्ञापनों पर खर्च में कटौती के बावजूद, टी20 में भाग लेने वाले छोटे देशों के बेहतर प्रदर्शन से यह एक सकारात्मक सरप्राइज रहा है. बड़े मैचों के लिए तो पहले से ही बुकिंग हो चुकी होती है, लेकिन इस बार छोटी टीमों के अच्छे प्रदर्शन के बूते और ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट्स उठे हैं.
दूसरा यह कि भारत के सेमीफाइनल में क्वालीफाई का बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. जब भारत क्वालीफाई करता है, तो प्रीमियम और बढ़ जाते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ मैचों में भारत के प्रदर्शन के कारण विज्ञापन से होने वाले कुल संभावित राजस्व बढ़ोतरी होगी. पहले ये रेवेन्यू 800-1,000 करोड़ रुपये तक होने की उम्मीद थी, लेकिन अब यह 1,050 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है. पहले टूर्नामेंट को नीरस समझा जा रहा था, लेकिन अब विज्ञापनों पर खर्च बढ़ता नजर आ रहा है.