दिवाली के पर्व की शुरुआत धनतेरस के साथ होती है. धनतेरस के साथ ही दीपक जलाने की परंपरा भी शुरू हो जाती है. धनतेरस, छोटी दिवाली और दिवाली पर दीपदान का बड़ा महत्व होता है. दिवाली पर दीपक जलाने से जीवन के अंधकार को दूर किया जाता है. दीपक जलाने से सुख-समृद्धि का वास होता है और शांति की प्राप्ति होती है.
शास्त्रों में भी दीपक जलाने के महत्व के बारे में बताया गया है. दिवाली के दिन यूं तो हर कोने में दीपक जलाया जाता है, लेकिन वास्तु नियमों के अनुसार दिवाली पर कुछ विशेष जगहों पर दीपक जलाना बेहद शुभ होता है. चलिए जानते हैं दीपावली की रात कहां-कहां दीपक जलाना शुभ माना जाता है.
-इसके अलावा, अगर घर के बाहर नदी या नहर बहती है, तो उसके किनारे भी दीपक जलाना चाहिए. आप चाहे तो घर के नल या बहते हुए जल के पास भी दीपक जला सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि दिवाली के दिन मां लक्ष्मी जल में मौजूद रहती हैं. दिवाली के दिन तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाना भी शुभ होता है.