आखिरकार चीन ने भारतीय छात्रों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं. करीब दो साल के लंबे ब्रेक के बाद इंडियन स्टूडेंट्स को चीन का वीजा दिया गया है. 2020 में कोरोना वायरस महामारी के कारण China में ट्रैवल पर बेहद कड़ी पाबंदियां लगा दी गई थीं. हालात सामान्य होता देख अब इनमें ढील दी जा रही है. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि ‘1300 से ज्यादा भारतीय छात्रों को China Visa दिया गया है. इसके अलावा करीब 300 उद्योगपतियों ने दो बैच में China Airlines के लिए चार्टर्ड फ्लाइट ली है.’
चीन में पढ़ाई करने की तमन्ना रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए ये बड़ी खुशखबरी है. खासकर उन छात्रों के लिए जो पहले से चीन में स्टडी (Study in China) कर रहे थे. लेकिन कोविड के कारण उन्हें भारत वापस लौटना पड़ा और उनकी पढ़ाई बीच में ही रुक गई थी. चीन में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों में सबसे ज्यादा संख्या मेडिकल स्टूडेंट्स की है. आंकड़ों के अनुसार 23 हजार से ज्यादा भारतीय स्टूडेंट्स चीन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. ये वो संख्या है जो चीन के मेडिकल कॉलेजों में एनरोल हैं.
चीन ने मानी भारत की अपील!
भारतीय स्टूडेंट्स को चीन वापस बुलाने को लेकर भारत लंबे समय से अपील कर रहा था. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मुद्दे पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी से जुलाई 2022 में ही बात की थी. तब फॉरेन मिनिस्टर S Jaishankar ने चीनी विदेश मंत्रालय से भारतीय छात्रों के लिए चीनी वीजा की प्रक्रिया तेज करने पर जोर दिया था.
जुलाई से पहले भी मार्च 2022 में जब चीन के विेदश मंत्री Wang Yi दिल्ली के दौरे पर आए थे, तब हमारे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इंडियन स्टूडेंट्स के लिए China वीजा की प्रक्रिया तेज करने की बात की थी. इस अपील के बाद चीन ने भारतीय छात्रों को वापस बुलाने के लिए Visa का प्रॉसेस तेज किया है. चीनी विदेश मंत्रालय के एशियाई मामलों के विभाग के डायरेक्टर जेनरल Liu Jinsong ने चीन में भारतीय राजदूत Luo Guodong को इसकी जानकारी दी.