उत्तर प्रदेश (UP) की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Aadityanath Government) ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में (In Flood Affected Areas) एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी (NDRF, SDRF and PAC) की 47 टीमों (47 Teams) को चौबीसों घंटे तैनात रहने (Deployed for 24 Hours) का निर्देश दिया है (Has Instructed) ।
सरकार राज्य के 18 जिलों में फैले 1,111 बाढ़ प्रभावित गांवों में फंसे लोगों को राहत सामग्री भेज रही है। राज्य सरकार जिन 18 जिलों में सघन बाढ़ राहत अभियान चला रही है उनमें आगरा, औरैया, इटावा, हमीरपुर, फतेहपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, कानपुर देहात, कानपुर नगर, बलिया, बांदा, कासगंज, कौशांबी, भदोही, चंदौली, गाजीपुर और सीतापुर शामिल हैं।
राज्य सरकार ने लगभग 964 राहत आश्रयों की भी स्थापना की है। यह पहले ही लगभग 1,936 नावों और 677 चिकित्सा टीमों को तैनात कर चुका है, जबकि 1524 बाढ़ चौकियां और 702 पशु राहत शिविर भी स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा, तलाशी अभियान चलाने के लिए 108 मोटरबोट और 50 वाहनों को सेवा में लगाया गया है।
राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने कहा, “हम बाढ़ की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। पर्याप्त उपाय किए गए हैं और हमने सुनिश्चित किया है कि पीने के पानी, सूखे भोजन के पैकेट और दवाओं, कपड़े, बर्तन और बिस्तर की पर्याप्त आपूर्ति हो।” उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से अब तक प्रभावित लोगों को 14,166 से अधिक सूखे राशन किट और 1,36,255 लंच पैकेट बांटे जा चुके हैं।
राज्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 58,497 ओआरएस पैकेट और क्लोरीन की 1,87,280 से अधिक गोलियां भी वितरित की हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों से 21,153 लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया है।